जेल में 106 दिन बिताने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने गुरुवार को पहली बार प्रेस कांफ्रेंस किया, जिसके तुरंत बाद केंद्र ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पर निशाना साधा और दावा किया कि उन्होंने जमानत मिलने के बाद पहले दिन ही अदालत के आदेश का उल्लंघन किया। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मीडिया से कहा, “चिदंबरम के विरुद्ध यह आरोप है कि मंत्री रहने के दौरान वह भ्रष्टाचार में संलिप्त थे। अब वह खुद से ही स्पष्टीकरण दे रहे हैं कि वह निर्दोष हैं। यह अदालत द्वारा उनपर लागू शर्तो का उल्लंघन है।”
पूर्व वित्तमंत्री को जमानत देते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को उन्हें मामले पर कुछ भी बोलने से मना किया था। उनपर आईएनएक्स मीडिया मामले में कथित धनशोधन के लिए मामला चल रहा है।
जावड़ेकर ने कश्मीर पर चिदंबरम के दिए बयान के लिए भी उनपर निशाना साधा, जहां उन्होंने कहा था कि घाटी में कोई ‘आजादी’ नहीं है।
जावड़ेकर ने भी आपातकाल का संदर्भ देते हुए पलटवार किया और कहा, “1975 में भी कोई आजादी नहीं थी, जब देश में प्रेस स्वतंत्रता को समाप्त कर दिया गया था और सेंशरशिप लगा दिया गया था।”
उन्होंने कहा, “आज, सभी अखबार रोजाना आधार पर प्रिंट हो रहे हैं..वे वही प्रिंट करते हैं, जो वे चाहते हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि घाटी में पत्रकारों की अवाजाही के लिए कोई पांबदी नहीं है। आज कश्मीर खुद से विकास की राह पर अग्रसर है।