पाकिस्तान (pakistan) की टीम का लिए इंग्लैंड एंव वेल्स में चल रहे विश्वकप की शुरुआत कुछ खास नही रही थी। इस समय टीम अंक तालिका में टीम 5 मैचो में एक जीत के साथ 9वें स्थान पर है। भारत ने पाकिस्तान के जले पर और नमक तब छड़का जब उन्होने रविवार 16 जून को मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में पाकिस्तान की टीम को 89 रन से मात दी थी। भारत के खिलाफ हार के बाद पाकिस्तान की टीम को सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा आलोचनाए सुनने को मिली है और प्रशंसक टीम के प्रदर्शन से बेहद नाराज है।
पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद (sarfaraz ahmed) इन नाराज प्रतिक्रियाओं का मुख्य लक्ष्य थे क्योंकि उनके नेतृत्व और फिटनेस के स्तर की भारी आलोचना की गई थी। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने उन्हे एक बुद्धिहीन कप्तान भी कहा साथ के साथ प्रबंधन को भी लताड़ लगाई। भारत के खिलाफ हार के बाद पाकिस्तान की टीम का मनोबल बहुत कम हुआ है और उनको विश्वकप में आगे बढ़ने के लिए बढ़ावे की जरुरत है।
इन सारी आलोचना के बीच, न्यूज.कॉम.पीके द्वारा यह बताया गया है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष एहसान मणि ने सरफराज को फोन किया और रविवार को भारत के खिलाफ हार के बाद उन्हे प्रोत्साहन के कुछ शब्द दिए। मणि ने सरफराज को आश्वासन दिया कि पाकिस्तान का पूरा देश टीम के पीछे खड़ा है और उसे अतीत में जो कुछ हुआ उसे बर्बाद करने के बजाय बाकी चार मैचों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा।
खबर के मुताबिक यह भी पता लगा है कि मणि ने सरफराज से कहा है कि मीडिया की खबरो से उनकी टीम को अपना ध्यान भटकाने की जरुरत नही है और उन्हे इस परिस्थिती में शांत रहने और बाकि के बचे मैचो में पाकिस्तान की टीम का सही से नेतृत्व करने को कहा है।
पाकिस्तान की टीम को अब अपने खेल में सुधार लाना होगा अगर वह विश्वकप टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्का करना चाहते है। टीम अब इस परिस्थिती में है कि उन्हे अपने शेष बचे हर एक मैच जीतना बाकी है और अगर वह ऐसा करने में असफल रहे तो उनकी दूसरे विश्वकप खिताब जीतने की उम्मीद खत्म हो जाएगी।
सरफराज अहमद और उनकी टीम को अब अपने अगले मैच में 23 जून को दक्षिण-अफ्रीका के खिलाफ भिड़ना है।