पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद पिछले हफ्ते सुर्खियों में रहे थे, क्योंकि उन्होने दक्षिण-अफ्रीका के ऑलराउंडर खिलाड़ी के खिलाफ दूसरे वनडे मैच के दौरान नस्लेभेदी टिप्पणी की थी, जो स्टंप माइक में रिकार्ड हो गई थी। इस मामले की जांच के बाद 31 वर्षीय खिलाड़ी पर आईसीसी ने चार मैचो का प्रतिबंध लगाया था। हालाँकि, सजा को अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के प्रमुख एहसान मणि ने ‘सरासर बकवास’ करार दिया है।
एहसान मणि ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो के हवाले से कहा, ” हमने सभी स्तरो पर माफी मांगी औऱ इस सबने मांफ किया। सीएसए (क्रिकेट दक्षिण-अफ्रीका) के साथ हमारे बहुत अच्छे संबंध है। आईसीसीस इस मामले में इसलिए कूदी है क्योंकि फेहलुकवेओ परेशान था और वह सुलह प्रक्रिया नहीं चाहता था, और यह महसूस करके उन्होने सरफराज पर प्रतिबंध लगाया है, जो मुझे लगता है कि यह थोड़ा बकवास है। आप उन्हे एक कमरे में बैठाकर क्या हासिल करवाना चाहते है? वह स्कूल जाने वाला बच्चा नही है।”
इस तथ्य से नाराज आईसीसी ने एक ऐसे मुद्दे पर चुटकी ली, जिसे पीसीबी और सीएसए द्वारा प्रबंधित किया जा रहा था, मणि ने इस मुद्दे को हल करने के लिए दोनों खिलाड़ियों – सरफराज और फेहलुकवेओ – को एक ही कमरे में रखने में विफल रहने के लिए शीर्ष निकाय की आलोचना की।
उन्होने आगे कहा, ” यह मेरा मुद्दा है और मैं इस पर अड़े रहूंगा। हमारे बयान और माफी सार्वजनिक थी। यह कुछ ऐसा नही है जिसे आप टेबल के नीचे ब्रश करते है, इस खुले और पारदर्शी तरीके से निपटाया जाना चाहिए। हमने वह सब किया। लेकिन आईसीसी दोनो खिलाड़ियो को एक कमरे में नही रख सकती थी, उन्होने कहा चलो इन पर प्रतिबंध लगाते है। और मेरे दिमाग में यह पूरी तरह से बकवास है।”
सरफराज अहमद द्वारा दिए गए बयान को अरुचिकर बताते हुए पीसीबी प्रमुख ने कहा कि वह दक्षिण अफ्रीका में इस मुद्दे की संवेदनशीलता को लेकर काफी सजग हैं, उन्होंने सुझाव दिया कि कप्तान और पाकिस्तान टीम दोनों को इन मामलों में अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहा जाएगा।