हालहीं में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के खिलाफ कड़ा रवैया अपनाते हुए और अपनी नाराज़गी जताते हुए इंटरनेशनल क्रिकेट कौंसिल (आईसीसी) को एक नोटिस भेजा है, जिसमें उन्होंने दोनों पक्षों के बीच रज़ामंदी से तय हुई द्विपक्षीय श्रृंखला ना खेले जाने का हवाला देते हुए बीसीसीआई से 7 करोड़ की क्षतिपूर्ति की मांग की है। दरसअल, भारत में हुए 2008 (26/11) आंतकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी द्विपक्षीय खेलों को रोक दिया है।
आपको बता दें पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और भारतीय क्रिकेट द्वारा 2014-15 के मध्य दो क्रिकेट श्रृंखला खेलने पर सहमति बनी थी और स्मृतिपत्र पर हस्ताक्षर भी हुए थे, परन्तु भारत दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण राजनीतिक स्तिथि के चलते अपना वायदा पूरा नहीं कर पाया। कुछ समय पहले पीसीबी के पूर्व अध्य्क्ष “जका अशरफ” का इस विषय को लेकर एक बयान भी आ चूका है, जिसमें उन्होंने कहा है कि “मुझे समझ नहीं आता कि उन्होंने (पीसीबी) किस फर्म से सलाह ली है या वे किस विधि फर्म को फायदा पहुंचाना चाहते हैं, लेकिन मेरी नजर में मुआवजे का प्रयास व्यर्थ है, जिसमें कोई फायदा नहीं होने वाला है’’।
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने नोटिस प्राप्त करने की पुष्टि कर दी है, “आईसीसी ने पीसीबी के वकीलों से विवाद का नोटिस प्राप्त कर लिया है, जिसे अगले सप्ताह विवाद संकल्प समिति के अध्यक्ष के पास भेज दिया जाएगा” आईसीसी के एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है।