भारतीय स्टार शटलर पीवी सिंधु ने पिछले दो संस्करणों में दो बार रजत पदक अपने नाम किए है लेकिन वह इस बार अगस्त में विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने का भरोसा जता रही है।
सिंधु जो विश्व चैंपियनशिप के पिछले दो संस्करणो में उपविजेता रही है उन्होने संवाददताओं से बात करते हुए कहा, ” हां पिछले दो बार से में विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतते आयी हूं। मैं उम्मीद करती हूं कि इस बार में स्वर्ण पदक जीतू।”
सिंधु ने आगे कहा, ” यह कुछ बड़े टूर्नामेंटो में से एक है और कोई इसे आसानी से जाने नही देगा। यह मेरे लिए सर्वश्रेष्ठ देने के बारे में है। हर कोई टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए लक्ष्य बना रहा है और कई अच्छे खिलाड़ी हैं और इसकी राह आसान नहीं है।”
अगला बड़ा लक्ष्य सिंधु के लिए ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप जीतने का है, इससे पहले यह टूर्नामेंट 2001 में उनके सलाहकार और मुख्य नेशनल कोच पुलेला गोपीचंद ने जीता था।
सिंधु के लिए टूर्नामेंट में भारत के 18 साल के झंझट को खत्म करने का यह एक शानदार मौका होगा, यह देखते हुए कि पिछले महीने इंडोनेशिया मास्टर्स फाइनल के दौरान तीन बार विश्व चैंपियन कैरोलिना मारिन घुटने की चोट के कारण नहीं खेल रही हैं।
सिंधु ने कहा, भले ही कैरोलिना नही खेल रही है लेकिन यह आसान नही होगा। इसमें चीन, जापान और थाईलैंड के बहुत अच्छे खिलाड़ी है। और शीर्ष 15 स्थान वाले खिलाड़ी सामान्य स्तर पर है।”
उन्होने कहा, “कभी-कभी आप शानदार ढंग से खेल सकते हैं, 100 प्रतिशत से अधिक दे सकते हैं, लेकिन कुछ अप्रत्याशित त्रुटियां कर सकते हैं। कभी-कभी आपका दिमाग काम नहीं करता है, रणनीति काम नहीं कर सकती है।”
सिंधु, जो यहां उच्च गुणवत्ता के खेल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध मिशन स्पोर्ट्स शुरू करने के लिए थीं, ने कहा कि उनका ध्यान शारीरिक रूप से फिट रहना है।
सिंधु ने भारत के क्रिकेटर मुरली विजय की उपस्थिति में मिशन स्पोर्ट्स का शुभारंभ किया।