ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट शटलर पीवी सिंधु को बुधवार से शुरु हो रहे बीडब्लयूएफ वर्ल्ड टूर मे एक कठिन ड्रॉ मिला है, लेकिन वही इस टूर्नामेट मे पदार्पण कर रहे समीर वर्मा को सिंग्ल वर्ग के नॉकआउट मे जगह बनानी होगी।
सिंधू जिन्होने बीडब्लयूएफ के पिछले संस्करण दुबई मे रनर-अप के रुप मे इस टूर्नामेट को खत्म किया था। उनके सामने इस टूर्नामेंट मे उनके ग्रुप-ए में कई खतरनाक खिलाड़ी शामिल है जिसमे जापान की डिफेंडिंग चैंपियन यामागुची, विश्व की नंबर-1 खिलाड़ी ताइ जु यिंग और यूनाईटेड स्टेट की झांग शामिल है।
समीर जिन्होने पिछले महीने अपने सैयद मोदी टूर्नामेंट के खिताब को डिफेंड किया था, उन्होने उस टाइटल का बचाव करके इस 15 लाख की ईनामी राशि के टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई किया है, उनके ग्रुप मे विश्व के नंबर-1 केंतो मोमोता, इंडोनेशिया के टामी सुगियार्तो और थाईलैंड के कांताफोन वानचारोइन हैं। दोनो ग्रुप के पहले स्थान के खिलाड़ी सेमीफाइनल मे पहुंचंगे और इसके बाद नॉकआउट दौर के मुकाबले शुरु होंगे, इस प्रतिष्ठित सीजन के अंत में केवल आठ शीर्ष खिलाड़ी प्रतिस्पर्धा करेंगे।
सिंधु जो की इस टूर्नामेंट मे लगातार तीसरी बार हिस्सा ले रही है उनका यामागुची के खिलाफ 9-4 का रिकॉर्ड है, लेकिन इस सीजन यामागुची ने उन्हे पांच मे से 4 मुकाबलो मे मात दी है, उनके लिए इस टूर्नामेंट मे चीन की ताइ जु यिंग से जीतना भी काफी मुश्किल होगा, उन्होने सिंंधु को पिछले छह मुकाबले मे मात दी है और इस वक्त विश्व मे नंबर एक शटलर है, आखिरी बार सिंघु ताइ जु यिंग से 2016 रियो ओलंपिक मे हारी थी।
वही यूनाईटेड स्टेट्स की झांग के साथ खेले छह मुकाबलो मे सिंधु और उनका मुकाबला 3-3 से बराबर रहा है लेकिन पिछले दो मुकाबलो मे सिंधु को हार मिली है।
वही समीर वर्मा दूसरे ऐसे खिलाड़ी है जिन्होने किदांबी श्रीकांत के बाद इस टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई किया है, उनके लिए भी सेमीफाइनल मे पहुंचने तक की राह बहुत कठिन होगी। उनका इंडोनेशिया के टामी सुगियार्तो और थाईलैंड के कांताफोन वानचारोइन के साथ 1-1 का जीत का आकड़ा है। समीर के लिए इस टूर्नामेंट मे जापान के केंतो मोमोता सबसे बड़ा खतरा बने हुए है, स्विस ओपन मे समीर वर्मा ने उनको हराया था लेकिन उस हार के बाद जापान के इस खिलाड़ी ने अपने खेल मे बहुत सुधार किया है।