प्रीमियर बैडमिंटन लीग, 22 दिसंबर को नेशनल स्पोर्टस क्लब ऑफ इंडिया वर्ली में शुरु होगा। जिसमें कोर्ट के सबसे अच्छे दोस्त और दुश्मन- पीवी सिंघु और कैरोलिना मारिन अपनी टीम हैदराबाद हंटर्स और पुणे 7 एसेस का नेतृत्व करेंगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक दूसरे को कई बार टक्कर देने वाली पीवी सिंधु और कैरोलिना मारिन प्रीमियर बैंडमिंट लीग में आखिरी तक जाने की कोशिश करेंगी।
यह कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई खेलों दोनों के साथ-साथ शटलरों के लिए एक कठिन वर्ष रहा है। जहा सिंधु ने दोनो प्रतियोगिताओ में भाग लिया था तो वही स्पेनिश खिलाड़ी उनमें भाग नही ले पाई थी।
स्पेन की इस खिलाड़ी ने अभी तक अंतरराष्ट्रीय मैच में भारतीय बैंडमिंटन खिलाड़ियो से आमने-सामने मुकाबले में ज्यादा मैच जीते है। पीवी सिंधु और मारिन के बीच 13 मुकाबले में हुए है जहा मारिन ने 7 में जीत हासिल की है तो वही सिंधु को उनके खिलाफ 6 मैचो में जीत मिली है। इस साल इससे पहले इन दोनो खिलाड़ियो के बीच दो मुकाबले हुए है जहा मलेशिया ओपन 22-20 और 21-19 से सिंधु ने जीता था तो वही, सिंधु को वर्ल्ड चैंपियनशिप में 19-21 ओर 10-21 से हार का सामना करना पड़ा।
पीबीएल के फ्रेंचाइजी आधारित टूर्नामेंट होने के कारण, इसमें विश्व बैडमिंटन के नियम औऱ आकड़े तस्वीर में नही आते, और ना ही इससे खिलाड़ियो की रैंकिंग प्रभावित होती है। हालांकि मारिन आकड़ो के मामले में सिंधु से आगे है, लेकिन इस टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा यह चीजे इस टूर्नामेंट में मायने नही रखती।
25 साल की स्पेनिश शटलर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में “ओपनिंग मैच के बारे में बात करते हुए पीबीएल जैसा टूर्नामेंट में टीम खिलाड़ियो से ज्यादा मायने रखती है। यह अलग प्रकार का दबाव होता है। इस समय हमें टीम के बारे में सोचना चाहिए ना की खुद के बारे में।”
हालांकि रियो ओलंपिक फाइनल या विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल की तीव्रता की उम्मीद नहीं की जा सकती है क्योंकि पीबीएल के सलामी ओपनर में मारिन और सिंधु की भिड़ंत हो सकती है, दो सुपरस्टार्स की भिड़ंत अभी भी प्रशंसकों के लिए शीर्ष मुठभेड़ होगी।