पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में खराब स्वास्थ्य सेवाओं के विरोध में प्रदर्शनकारियों का हुजूम सड़को पर उतर आया है। हाल ही प्रशासन के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले युवाओं को गिरफ्तार कर लिया गया था क्योंकि वह डॉक्टरों की लापरवाही के कारण एक युवक की मौत और क्षेत्र की खराब स्वास्थ्य सेवाओं के खिलाफ विरोध कर रहे थे।
ANI के मुताबिक लोगो ने सरकार विरोधी नारे लगाए और युवाओ को तुरंत रिहा करने की मांग की थी। स्थानीय नेताओं ने प्रशासन से न्याय करने की लगाई थी और धमकी दी कि प्रशासन अपनी आक्रमक कार्रवाई नहीं रोकता तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि “अगर आप किसी को गोली मारना चाहते हैं तो हमें मार दीजिये। मैं एसपी और डीसी से तुरंत लड़को के खिलाफ दायर एफआईआर को मिटाने और रिहा करने की मान करता हूँ। उन्होंने एक अस्पताल की मांग की थी, ज्यादा कुछ नहीं।”
उन्होंने कहा कि “इस तरह के अन्याय के लिए पलांदारी में कोई जगह नहीं है। वे अपने हिसाब से युवाओं को दबा नहीं सकते हैं। वे जल्द बाहर आएंगे और इसके कारण हुई तबाही का जिम्मेदार प्रशासन होगा।” स्थानीय लोगो का दावा है कि क्षेत्र के अस्पताल और डिस्पेंसरी का फायदा शून्य है क्योंकि वहां डॉक्टरों की संख्या बेहद कम है या बेहद कम मात्रा में हैं।”
स्थानीय प्रशासन से नाराज़ एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि “हम जानवर नहीं है बल्कि इंसान है। आप सभी को इस्लामाबाद और विदेशों में इलाज मिलता है। यहां की जनता अत्यचार और अन्याय का शिकार होती है। बिजली न होने के कारण यहां के लोग अल्ट्रासाउंड नहीं करवा पाते हैं। हमें अपनी जांच का परिणाम नहीं मिलता है।”
उन्होंने कहा कि “बीते समय की तरह कल भी ऐसे ही सात घटनाएं हुई थी। लोगो को सही इलाज मुहैया करने की बजाय उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है, हम इसकी निंदा करते हैं। अपना काम कीजिये। अगर डॉक्टरों की कार्य करने की क्षमता 22 है तो सभी को मौजूद होना चाहिए।”
पाकिस्तान में सबसे बेकार स्वास्थ्य सुविधाओं वाले क्षेत्रों में पीओके भी शुमार है। सरकार की तरफ से किसी प्रकार की सार्थक कार्रवाई न होने के कारण लोग निराश हो गए हैं और प्रदर्शन करने के लिए मज़बूर है।