प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमन्त्री शेख हसीना शनिवार को द्विपक्षीय वार्ता में मुलाकात करेंगे और संबंधो में मजबूती के लिए संयुक्त रूप से तीन परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। परिवहन, कोन्न्नेक्टिविटी, निर्माण और संस्कृति में छह से सात संधियों पर हस्ताक्षर होने की सम्भावना है।
असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजिका को लागू करने के मामले पर दोनों नेताओं की बैठक के दौरान चर्चा होगी। गुरूवार को बांग्लादेश की प्रधानमन्त्री ने कहा था कि “वह मोदी के आश्वासन से संतुष्ट है कि असम में एनआरसी के लागू होने से बांग्लादेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।”
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश के राजदूत सैयद मुआज्ज़ेम अली ने हसीना के लिए एक रिसेप्शन का आयोजन किया था। हसीना ने कहा कि “उन्हें इसमें कोई दिक्कत नजर नहीं आती है। मैंने पीएम मोदी के साथ की थी, सब कुछ अच्छा है।”
उन्होंने एक सप्ताह पूर्व पीएम मोदी से न्युयोर्क में मुलाकात की थी और कहा कि एनआरसी बंगलादेशियो के लिए गंभीर चिंता का कारण बनता जा रहा है। भारतीय प्रधानमन्त्री ने बंगलादेशी समकक्षी को आश्वस्त किया और कहा कि इसमें घबराने की कोई बता नहीं है, दोनों देशो के बीच अच्छे सम्बन्ध है।”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इसके बाबत ज्यादा जानकारी नहीं दी और कहा कि तीन परियोजनाओ का पीएम मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमन्त्री मिलकर उद्घाटन करेंगे। उन्होंने कहा कि “भारत और बांग्लादेश के सम्बन्ध कभी इतने करीब नहीं थे। चर्चा का फोकस द्विपक्षीय संबंधो पर होगा। जब मैं द्विपक्षीय संबंधो की बात कर रहा हूँ तो हम दोनों देशो के अगला कदम उठाने की बात कर रहे हैं जो रिश्ते को नयी उंचाइयो पर ले जायेंगे।”
उन्होंने कहा कि “एनआरसी को शीर्ष अदालत ने लागू किया था और यह जारी प्रक्रिया है। विदेश मंत्रालय के नजरिये से यहाँ कुछ नहीं है। मेरे ख्याल से यह समझना महत्वपूर्ण है कि लंबित प्रक्रिया को पहले पूरा किया जाये।”