प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 20 सितंबर को पीएम केयर्स फंड के ट्रस्टी बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता की। पीएम केयर्स फंड की मदद से की गई विभिन्न पहलों पर एक प्रस्तुति दी गई जिसमें पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना भी शामिल है, जो 4,345 बच्चों के वरदान साबित हुई है जो इन सारे बच्चों को मदद कर रही है। ट्रस्टियों ने देश के लिए महत्वपूर्ण समय में फंड द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की। प्रधानमंत्री ने पीएम केयर्स फंड में तहे दिल से योगदान करने के लिए देश के लोगों की सराहना की।
PM @narendramodi chairs meeting of Board of Trustees of PM CARES Fund
PM CARES to work with a larger perspective of responding to emergency & distress situations, not only through relief assistance but also taking mitigation measures & capacity buildinghttps://t.co/exhssrteXy
— PIB India (@PIB_India) September 21, 2022
इस बात पर चर्चा की गई कि न केवल राहत सहायता के माध्यम से बल्कि शमन उपायों और क्षमता निर्माण के माध्यम से भी आपात स्थिति और संकट की स्थितियों का प्रभावी ढंग से हैंडल करने के लिए पीएम केयर्स का एक बड़ा दृष्टिकोण व अहम रोल रहा है।
बैठक में पीएम केयर्स फंड के ट्रस्टी, केंद्रीय गृह मंत्री और केंद्रीय वित्त मंत्री भी शामिल थे। प्रधानमंत्री ने ट्रस्टियों का पीएम केयर्स फंड का अभिन्न अंग बनने के लिए स्वागत किया। पीएम केयर्स फंड के नए नामित ट्रस्टी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस के.टी. थॉमस, पूर्व डिप्टी स्पीकर करिया मुंडा और टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा शामिल हुए हैं।
ट्रस्ट ने आगे पीएम केयर्स फंड में सलाहकार बोर्ड के गठन के लिए प्रतिष्ठित व्यक्तियों को नामित करने का निर्णय लिया। इनमें भारत के पूर्व नियंत्रक और महालेखा परीक्षक राजीव महर्षि, इंफोसिस फाउंडेशन के पूर्व अध्यक्ष सुधा मूर्ति और टीच फॉर इंडिया के सह-संस्थापक और इंडिकॉर्प्स और पीरामल फाउंडेशन के पूर्व सीईओ आनंद शाह शामिल हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि नए ट्रस्टियों और सलाहकारों की भागीदारी पीएम केयर्स फंड के कामकाज पर व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करेगी। उन्होंने कहा सार्वजनिक जीवन का उनका विशाल अनुभव विभिन्न सार्वजनिक जरूरतों के लिए कोष को अधिक उत्तरदायी बनाने में और अधिक उत्साह प्रदान करेगा।