प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जापान के कोबे में भारतीय समुदाय को सम्बोधित किया है। पीएम ने सात महीने बाद जापान आने पर अपनी ख़ुशी का इजहार किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री शिंजो आबे को अपना अच्छा मित्र बताया है। उन्होंने कहा कि “मैं आपके सहयोग का आभारी हूँ।”
उन्होंने कहा कि “सात महीनो के बाद दोबारा यहां आकर मेरी खुद्किस्मती है। यह संयोग ही है कि पिछली बार मैं यहां था, चुनावो के परिणाम यहां रुके हुए थे और आपने मेरे प्यारे दोस्त शिंजो आबे पर विश्वास जताया है। आज मैं जब यहां हूँ और विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र ने इस प्रधानसेवक पर भरोसा जताया है।”
उन्होंने कहा कि “मैं प्रचंड बहुमत के साथ पीएम होने के नाते आपके साथ हूँ, भारत ने मुझ पर भरोसा जताया है। 130 करोड़ जनता ने मज़बूत सरकार का गठन किया है।”
#WATCH live from Japan: Prime Minister Narendra Modi attends a community event at the Hyogo Prefecture Guest House in Kobe. https://t.co/j74qRF8v5F
— ANI (@ANI) June 27, 2019
उन्होंने कहा कि “यह सच्चाई और लोकतंत्र की जीत है। लोकतान्त्रिक मूल्यों के प्रति दृढ़ता ने जीत हासिल की है। राष्ट्र ने साल 1971 के बाद ऐसा सत्ता समर्थक जनादेश दिया है। यह बेहद बड़ा है। तीन दशकों के बाद पहली बार साकार को पूर्ण बहुमत मिला है और दूसरी दफा निरंतर सरकार बनायीं है।”
पीएम ने भारतीय समुदाय से कहा कि “सबका साथ, सबका विकास ही हमारा मन्त्र है। भारतीय लोकतंत्र से विश्व के अन्य देश प्रेरित हो रहे हैं। भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में जापान मदद करेगा। कार के निर्माण से अब जापान और भारत बुलेट ट्रेंस के निर्माण में सहयोग करेगा।”
पीएम मोदी ने कहा कि वह भारत पर वैश्विक भरोसा सुनिश्चित करने के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि “दिल्ली और अहमदाबाद के आलावा मुझे आबे को वाराणसी ले जाने का मौका मिला था। उन्होंने मेरे संसदीय क्षेत्र में यात्रा की थी और वहां गंगा आरती में शामिल हुए थे। जब भी उन्हें अवसर मिला, उन्होंने दैव्य अनुभव के बाबत बताया था।
उन्होंने कहा कि “साल 2014 में मेरे पीएम बनने के बाद मुझे जापानी पीएम शिंजो आबे के साथ भारत-जापान दोस्ती को मज़बूत करने का मौका मिला। भारत-जापान सम्बन्ध “न्यू इंडिया” में मज़बूत होंगे। हमने बेहद कम क्षति से फनी चक्रवात को संभाला था और विश्व ने सरकार के मशीनरी, मानव संसाधन और अंतरिक्ष तकनीक के बेहतर इस्तेमाल की सराहना की थी।”
भारतीय समुदाय ने कहा कि “कुछ महीनो में हम चंद्रयान-2 को लांच किया था और साल 2022 तक हम भारत के पहले मानव स्पेसफ्लाइट प्रोग्राम गगनयान को लांच करने की योजना बना रहा है।”