प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार को रूस में पांचवे पूर्व आर्थिक मंच के शिखर सम्मेलन के इतर मलेशिया के समकक्षी महातिर मोहम्मद से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं ने इस दौरान कई मामलो पर चर्चा की थी इसमें इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक का प्रत्यर्पण भी शामिल है जो अभी मलेशिया में रहता है।
मोदी और महातिर मोहम्मद के बीच बैठक के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि “प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण के मुद्दे को उठाया था। दोनों ही पक्षों ने फैसला लिया है कि अधिकारी इस मामले पर संपर्क बनाकर रखेंगे और यह हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है।”
नाइक भारत में वांटेड है और उसे मलेशिया के स्थायी निवासिता दे रखी है और वह बीते तीन वर्षो से मलेशिया में रह रहे हैं। वह भारत और बांग्लादेश दोनों देशो में आतंकवाद से जुड़े होने के आरोपों को झेल रहे हैं। भारत ने कहा कि उन्होंने मलेशिया को प्रत्यर्पण के लिए अधिकारिक आग्रह किया था और इसे जारी रखेगा।
दोनों नेताओं ने भारत-मलेशिया के द्विपक्षीय संबंधो की बहुपरतो पर चर्चा की थी और दोनों देशो के लोगो फायदे के लिए विविध सहयोग के तरीको पर बातचीत की थी। प्रधानमन्त्री ने आज बताया कि मलेशिया के समकक्षी के साथ मुलाकात बेहद ऐतिहसिक है और भारत मलेशिया के साथ करीबी से कार्य करने की तरफ देख रहा है।
मलेशिया के प्रधानमन्त्री ने दोनों देशो के बीच बढ़ते व्यापार के बाबत बताया था। महातिर ने बताया कि मलेशिया भारत से निर्यात पर भी विचार कर रहा है ताकि मलेशिया में देश का निर्यात बढाया जा सके। दोनों पक्षों ने देशो के आंतरिक मामलो पर चर्चा की थी।
नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन के पीछे कारणों को साझा किया था यह प्रभावी शासन और इलाके को सामाजिक-आर्थिक शासन देगी। नेताओं ने आतंकवाद पर फोकस किया और उभरते वैश्विक खतरे से निपटने के तरीके पर फोकस किया था।