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    नरेन्द्र मोदी इंडोनेशिया

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अपने तीन देशों के पांच दिवसीय यात्रा के पहले चरण में बुधवार को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता पहुंचे। पीएम मोदी ने सबसे पहले इंडोनेशियाई स्वतंत्रता संग्राम में शहीदों के स्मारक कलिबाता नेशनल हेरोस सेमेट्री पहुंचे, प्रधानमंत्री मोदी ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और पुष्प समर्पित किये।

    उसके बाद पीएम मोदी, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोड़ो से मिलने प्रेसिडेंशिअल पैलेस पहुंचे, पहुँचने पर पीएम मोदी का स्वागत राष्ट्रपति विडोड़ो ने किया। पीएम मोदी का औपचारिक स्वागत प्रेसिडेंशिअल पैलेस में किया गया, पीएम मोदी ने गार्ड ऑफ़ हॉनर का निरिक्षण भी किया।

    राष्ट्रपति जोको विडोड़ो के साथ प्रधानमंत्री मोदी की यह तीसरी मुलाकात थी, इससे पहले विडोड़ो भारत का दो बार दौरा कर चुके हैं। आपको बतादे, इस वर्ष के गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथियों से एक इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोड़ो भी थे।

    इस साल भारत के दौरे पर आए राष्ट्रपति विडोड़ो ने प्रधानमंत्री मोदी को इंडोनेशिया की यात्रा के लिए आमंत्रण दिया था, जिसे पीएम मोदी की ओर से स्वीकार कर लिया गया था।

    आधिकारिक स्वागत के बाद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोइद और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोड़ो के बीच पारस्परिक हितों के विषय में द्वीपक्षीय चर्चा हुई। इस वार्ता में व्यापार, निवेश, सागरी सुरक्षा, बढता आतंकवाद जैसे विषयों पर चर्चा हुई।

    द्वीपक्षीय वार्ता के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति जोको विडोड़ो ने कहा, “भारत इंडोनेशिया का रणनीतिक साझेदार हैं, हम चाहते हैं, की दोनों देशों के संबंध अधिक मजबूत हों। हम भारत के साथ मिलकर सबंग बंदरगाह के बुनियादी दांचे का विकास करेंगे जिससे यह क्षेत्र आर्थिक रूप से स्थिर हों।”

    प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत-आसियान पार्टनरशिप, भारत-प्रशांत क्षेत्र में विकास और शांति के लिए आवश्यक शक्ति बन सकती हैं।”

    आपको बतादे, क्षेत्र में बड़ते चीनी हस्तक्षेप से इंडोनेशिया परेशान हैं, वे चाहते हैं की क्षेत्र में चीनी प्रभाव को कम करने के लिए भारत उन्हें मदत करे। दुनिया के सबसे व्यस्त सागरी मार्गों में से एक स्ट्रेट ऑफ़ मालक्का के सबंग बंदरगाह की सुरक्षा में भारत इंडोनेशिया का सहयोग करेगा।

    By प्रशांत पंद्री

    प्रशांत, पुणे विश्वविद्यालय में बीबीए(कंप्यूटर एप्लीकेशन्स) के तृतीय वर्ष के छात्र हैं। वे अन्तर्राष्ट्रीय राजनीती, रक्षा और प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज में रूचि रखते हैं।

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