Mon. Dec 23rd, 2024
    अशरफ गनी और नरेंद्र मोदी

    भारत (India) के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शांघाई सहयोग संघठन के शिखर सम्मेलन के इतर अफगानिस्तान (Afghanistan)के राष्ट्रपति अशरफ गनी से मुलाकात की थी। नरेंद्र मोदी की एससीओ नेताओं से यह तीसरी मुलाकात है और इससे पूर्व वह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात कर चुके हैं।

    एससीओ सम्मेलन में शामिल होने के लिए मोदी दो दिनों की किर्ग़िज़स्तान की यात्रा पर है। दूसरी दफा पीएम पद पर चयनित होने के बाद यह बहुपक्षीय मंच पर पहली मुलाकात थी। शी जिनपिंग से मुलाकात के दौरान पीएम ने चीनी राष्ट्रपति से कहा कि “पाकिस्तान को आतंक मुक्त माहौल बनाने की जरुरत है और उन्हें इस विपत्ति से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे लेकिन इस्लामाबाद ऐसा कुछ कार्य करता नहीं दिख रहा है।”

    भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि “70 वर्षों के कूटनीतिक सम्बन्धो स्थापना के मौके पर भारत और चीन 35 कार्यक्रम आयोजित करेंगे।” इस साल के अंत में शी जिनपिंग भारत की यात्रा करेंगे और नरेंद्र मोदी के साथ अनौपचारिक मुलाकात करेंगे।

    गोखले ने कहा कि “दोनों नेताओं की मुलाकात की मुलाकात की तारीख और स्थान का चयन करना अभी शेष है हालाँकि मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, यह स्थान पीएम मोदी के गृहराज्य गुजरात हो सकता है।” इस माह के अंत में जापान में आयोजित जी 20 के समारोह के इतर भारत, रूस और चीन त्रिपक्षीय मुलाकात का आयोजन करेंगे।

    इस जानकारी का खुलासा एससीओ बैठक में नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात के दौरान किया गया था। गोखले ने बताया कि “नरेंद्र मोदी सितम्बर की शुरुआत में रूस में आयोजित पूर्वी आर्थिक मंच में मुख्य अथिति के तौर पर शामिल होंगे और उन्हें पुतिन ने आधिकारिक तौर पर आमंत्रित किया है।”

    एससीओ सम्मेलन के इतर पीएम मोदी ने राष्ट्रपति अशरफ गनी से मुलाकात की थी और उनसे वादा किया कि अफगानिस्तान के सभी उम्मीदों को भारत पूरा करेगा।

    विदेश मंत्रालय ने कहा कि “भारत सरकार के पास बिश्केक के लिए वीवीआईपी एयरक्राफ्ट मार्ग के दो विकल्प है। अब एक निर्णय ले लिया गया है कि बिश्केक के लिए वीवीआईपी एयरक्राफ्ट ओमान, ईरान और अन्य मध्य एशियाई देशों से उड़ान भरेगा।”

     

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *