पायल रोहतगी को राजस्थान में बूंदी पुलिस ने 10 अक्टूबर को मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और गांधी परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान के लिए आईटी अधिनियम के तहत दर्ज किया गया था। और अब हमें पता चला है कि सोमवार को बूंदी की अदालत ने पायल रोहतगी को 24 दिसंबर तक बूंदी केंद्रीय जेल में भेज दिया है। अदालत ने अभिनेत्री को नौ दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पायल को रविवार रात बूंदी में गिरफ्तार किया गया था।
उन्हें राजस्थान पुलिस ने रविवार सुबह अहमदबाद में उनके निवास से उठाया था। बूंदी अदालत ने अभिनेत्री की जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा कि भारतीय संविधान के तहत बोलने की स्वतंत्रता का अधिकार असीमित नहीं है। गौरतलब है कि, पायल रोहतगी ने नेहरू-गांधी परिवार के खिलाफ इस साल 6 सितंबर और 21 सितंबर को अपने फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम अकाउंट जैसी सोशल मीडिया साइटों पर आपत्तिजनक पोस्ट की थी। राजस्थान यूथ कांग्रेस के महासचिव चर्मेश शर्मा ने दो अक्टूबर को बूंदी के सदर पुलिस स्टेशन में रोहतगी के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज की थी।
https://twitter.com/Payal_Rohatgi/status/1206074851276083200
गिरफ्तार होने के बाद, अभिनेत्री के वकील भूपेंद्र राय सक्सेना ने कहा कि पायल रोहतगी ने कोई गंभीर अपराध नहीं किया था, लेकिन गंभीर अपराधों के लिए दंडात्मक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था। रेसलर से एक्टर बने संग्राम सिंह जो पायल के मंगेतर भी हैं, वह भी सोमवार को कोर्ट में मौजूद थे। उन्होंने मीडिया को बताया कि अभिनेत्री की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित थी।