भारतीय मानक ब्यरो (बीआईएस) द्वारा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ-साथ भारत के 20 राज्यों की राजधानियों में नल के माध्यम से सप्लाई किया जाने वाला पेयजल की शुद्धता मापने के लिए पानी के नमूनों को एकत्रित किया गया था। जिसकी जांच रिपोर्ट आ जाने के बाद केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने बताया था कि मुंबई पेयजल के मामले में अव्वल स्थान पर है। जबकि राजधानी दिल्ली का पानी पीने योग्य नहीं है।
सीएम केजरीवाल: 11 नमूनों के आधार पर नहीं आंकी जा सकती पेयजल की शुद्धता
Delhi CM on bottom ranking of Delhi in tap water quality: Any city's water quality cannot be judged on basis of 11 samples.Moreover, Ram Vilas Paswan ji isn't disclosing where were samples taken from.I'll take 5 samples from each ward of Delhi, get it checked&put data in public. pic.twitter.com/UhDPSlESPq
— ANI (@ANI) November 18, 2019
इसे लेकर दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि किसी भी शहर की पानी की गुणवत्ता को 11 नमूनों के आधार पर नहीं आंका जा सकता है। इसके अलावा, रामविलास पासवान जी यह खुलासा नहीं कर रहे हैं कि नमूने कहाँ से लिए गए थे। मैं दिल्ली के प्रत्येक वार्ड से 5 नमूने लेगा, इसकी जाँच करवाऊँगा और जनता के सामने डेटा पेश करूंगा।
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान: इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, वरिष्ठ अधिकारी नियुक्त करूंगा
Union Min Ram Vilas Paswan in Lok Sabha on quality of tap water in Delhi: There should be no politics on this issue. I will appoint 2-3 senior officials & Delhi govt should also appoint 2-3 officials who can conduct inquiry & get water samples checked, &we'll put report in public https://t.co/QYbNEdLAS6 pic.twitter.com/VTVqAIKeFk
— ANI (@ANI) November 18, 2019
दिल्ली सीएम केजरीवाल के बयान का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। मैं 2-3 वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति करूंगा और दिल्ली सरकार को भी 2-3 अधिकारियों की नियुक्ति करनी चाहिए। जो जांच कर सकें। उनसे पानी के नमूनों की जांच करा सकते हैं। हम सार्वजनिक रूप से रिपोर्ट डालेंगे।
राजाधानी नई दिल्ली में 11 जगहों से एकत्रित किए गए नमूने शुद्धता के विभिन्न मानकों पर विफल पाए गए जबकि मुंबई में एकत्रित किए गए सभी 10 नमूने बीआईएस के शुद्धता मानकों के अनुरूप उपयुक्त पाए गए थे।