भारतीय राजनीति में एक आंदोलनकारी नेता के रूप में चमके पाटीदार कोटा आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल इन दिनों मुश्किलो में फसते नज़र आ रहे है। देशद्रोह जैसे गंभीर आरोपों से इन दिनों हार्दिक पटेल की मुश्किलें बढ़ गई है। जैसा की हमे ज्ञात है हार्दिक पटेल पटेल आरक्षण की कवायद को लेकर ही राजनीति में उतरे है। इसी को लेकर हाल ही में वह अहमदाबाद के निकोल इलाके में उपवास आयोजित कर रहे थे। पाटीदार आंदोलन समिति द्वारा इलाके में धरना प्रदर्शन दिया जा रहा था। इसका मुख्य लक्ष्य हार्दिक के नियोजित कार्यक्रम के लिए मैदान आवंटन की मांग था। पटेल समुदाय के लिए शिक्षा एवं नौकरियों में आरक्षण की मांग को लेकर हार्दिक रैली प्रदर्शन करने जा रहे थे।
परन्तु, हार्दिक पटेल और उनके कुछ साथियों को पुलिस ने अवैध रूप से धरना प्रदर्शन के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया है। हार्दिक ने 25 अगस्त से आरक्षण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठने की घोषणा की थी। डीसीपी (अपराध शाखा) दीप भद्रन ने कहा, ‘हार्दिक और आठ अन्य लोग हार्दिक के घर के बाहर अवैध रूप से जमा होने और अन्य आरोपों को लेकर हिरासत में लिए गए हैं।’
बहरहाल हार्दिक की गिरफ्तारी के बाद इलाके में तनाव पूर्ण माहौल बन गया है। गिरफ्तारी से खफा भीड़ ने रविवार रात सूरत में बीआरटीएस की एक बस फूंक दी एवं जम कर हिंसा करी और एक बस स्टैंड पर तोड़फोड़ की, जिससे शहर में तनाव फैल गया। भीड़ ने सड़कों पर टायर भी फूंके और पथराव भी किया। अब देखना यह दिलचस्प होगा की हार्दिक पटेल की अगली रणनीति क्या होती है क्योंकि लोक सभा चुनाव भी सर पर है और वह यह नहीं चाहते की किसी भी तरिके से कोई विवाद बने एवं पनपे।