जम्मू-कश्मीर का घाटियों में फिलहाल हुर्रियत नेताओं के खिलाफ नकेल कसी जा रही है। एनआईए (नेशनल इंवेस्टिगेटिव ऐजेंसी) ने कॉफ्रेंस नेता मिरवाइज उमर फारुक को एक समन जारी किया है। जिसमें उनके पाकिस्तान से संबंध के बारे में सवाल-जवाब करने की बात कही है। ज्ञात हो कि बीते मंगलवार को तमाम अलगाववादी नेताओं के आवासों पर छापेमारी की गई थी, जिसमें एनआईए को उनके घर से एक पाकिस्तानी हॉटलाइन बरामद हुआ था।
जांच के लिए एनआईए ने मंगलवार व बुधवार को घाटी के कई इलाकों में छापेमारी की। मंगलवार को एनआईए ने 7 नेताओं के घर छापेमारी की, जिसमें यासीन मल्लिक, शबीर शाह, उमर फारुक, मसरत आलम, जफ्फर अकबर आदि के आवास शामिल थे।
एक दिन बाद बुधवार को एनआईए ने हुर्रियत नेताओं और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के आर्थिक सहायता देने का सबूत खोज निकालने के लिए 11 आवासों पर छापेमारी की।
इस छापेमारी में सीआरपीएफ के जवान, स्थानीय पुलिस व एनआईए के लोग शामिल थे। यह पहली बार है जब आतंकीरोधी कानून के अतर्गत एनआईए ने मिरवाइज उमर फारुक को पूछताछ के लिए समन जारी किया है।
एनआईए ने हुर्रियत नेता के घर से बरामद तमाम संचार यंत्रों के बारे में पता लगाने के लिए केंद्रीय विभाग को भी तलब किया है। ज्ञात हो कि छापेमारी के दौरान एएनआई को नेताओं के घर से कुछ संदिग्ध बैंक के दस्तावेज, पाकिस्तानी वीजा के लिए रिकमेंडेशन लेटर, कुछ संपतियों के कागजात, विभिन्न आतंकी संगठनों के लेटर हेड, लैपटॉप, पेन-ड्राइव, मोबाइल फोन व संचार यंत्र बरामद हुए हैं।