पाकिस्तान के अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय की पहली महिला सांसद कृष्णा कुमार कोहली ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर संसद को सम्बोधित किया है। सांसद फैसल ने ट्वीट कर कहा कि “पाकिस्तान के संसद के चेयरमैन ने निर्णय लिया है कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर संसद को हिन्दू महिला सांसद कृष्णा कुमार कोहली सम्बोधित करेंगी।”
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— Dr Mohammad Faisal (@DrMFaisal) March 9, 2019
40 वर्षीय कृष्णा का सांसद के रूप में चयन मार्च 2018 में हुआ था। मुस्लिम बहुसंख्यक पाकिस्तान में वह बंधुआ मजदूरों के अधिकारों के लिए कार्य करती है। वह सिंध प्रान्त के नगरपारकर क्षेत्र के धना गाम के गाँव के कोहली समुदाय से सम्बन्ध रखती हैं। जहां अधिक संख्या में हिन्दू समुदाय रहता है।
जिओ न्यूज़ के मुतबिक सत्र के शुरु होने से पूर्व उन्होंने कहा कि “मैं खुद को बेहद भाग्यशाली समझती हूं कि मैं इस सीट पर बैठी हूं।” समस्त विश्व में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाता है।
गरीब परिवार से होने के कारण कृष्णा और उसके परिवार को एक निजी जेल में तीन वर्ष बिताने पड़े थे। बंदी बनने के दौरान उनकी उम्र मात्र तीन वर्ष थी। 16 वर्ष की आयु में उनका विवाह लालचंद नमक व्यक्ति से करवा दिया गया था, जब वह नौवीं जमात में पढ़ती थी।
विपरीत हालातों में भी उन्होंने अपनी शिक्षा जारी रखी और सिंध यूनिवर्सिटी से सोशियोलॉजी में परास्नातक की डिग्री हासिल की थी। अपने भाई के साथ उन्होंने बतौर कार्यकर्ता पाकिस्तान पीपल्स पार्टी को ज्वाइन किया था। सीनेट में कृष्णा कोहली का प्रतिनिधित्व पाकिस्तान में महिलाओं और अल्पसंख्यकों के अधिकार के लिए मिल का पत्थर साबित हुआ है।