पाकिस्तान की सरकार ने आतंकी समूहो के खिलाफ कार्रवाई शुरु कर दी है। पाक विभाग ने मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ता हाफिज सईद को शुक्रवार को लाहौर में स्थित जमात उद दावा के मुख्यालय में धर्मोपदेश देने से रोक दिया है। हाल ही में पाक विभाग ने लाहौर में जमात उद दावा और फलाह ए इंसानियत के मुख्यालय को जब्त कर लिया था।
हाफिज सईद को उपदेश देने से रोका
इतिहास में पहली बार हफ़ीज़ सईद शुक्रवार को जामिआ मस्जिद में शुक्रवार को उपदेश नहीं दे पायेगा, जहां उसके हज़ारों समर्थक उपस्थित होते हैं। पंजाब प्रान्त के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि “पंजाब पुलिस ने जामिया मिलिया कादसिआ को सील कर दिया है। हाफिज सईद को शुक्रवार को परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गयी है।”
मस्जिद के पंजाब सरकार के नियंत्रण में होने के बावजूद हाफिज सईद को वहां उपदेश देने से कभी नहीं रोका गया था। मीडिया की ख़बरों के मुताबिक आतंकी शुक्रवार को उपदेश देने के लिए पंजाब सरकार से इजाजत मांग रहा है, लेकिन उसके आग्रह को ठुकरा दिया गया है।
इस्लामाबाद में आतंकी सरगना का दबदबा
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि “अनुमति न देने को इस तर्क से देखा जा सकता है कि हाफिज सईद का इस्लामाबाद के क्षेत्रों में काफी दबदबा है।” कानून स्थापित करने वाले विभागों ने 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है और 200 से अधिक मदरसों को नियंत्रण में ले लिया है। साथ ही सैकड़ों अन्य सुविधाएं और प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से जुड़ी संपत्ति को जब्त कर लिया गया है।
जून, 2014 में लेट को अमेरिका ने विदेशी आतंकी संगठन घोषित कर दिया था। अमेरिकी विभाग ने हफ़ीज़ सईद को विशेष वैश्विक आतंकी करार दिया था। साथ ही साल 2012 में हाफिज सईद पर एक करोड़ डॉलर की इनामी राशि भी रखी थी। दिसंबर 2008 में हाफिज सईद को यूएन सिक्योरिटी कॉउन्सिल रेसोलुशन 1267 के तहत आतंकी घोषित किया गया था। नवंबर 2017 में हफ़ीज़ सईद को पाकिस्तान आवास नज़रबंदी से मुक्त कर दिया गया था।