Sun. Nov 17th, 2024
    पाकिस्तान

    पाक अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान में काफी समय से अवैध करों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। पीओके व गिलगित-बल्तिस्तान में हजारों लोग पाकिस्तान सरकार द्वारा लगाए गए अनुचित व अवैध करों के खिलाफ लामबंद हो रखे है। मंगलवार को पाकिस्तान विरोधी अभियान के तहत स्कार्दु शहर में हजारों लोगों ने गिलगित शहर की तरफ ऐतिहासिक पैदल मार्च निकाला है।

    यात्रा में शामिल हजारों प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अवैध करों का विरोध किया। नारेबाजी कर रहे लोगों ने “चलो-चलो गिलगित चलो”और “गुंडा टैक्स “जैसे नारों को पोस्टरों व बैनरों में लिख रखा था।

    ऐतिहासिक विरोध यात्रा गिलगित में पाकिस्तान की दमनकारी नीतियों के खिलाफ शिविर के रूप में तब्दील होगी। प्रदर्शनकारियों में अवामी एक्शन समिति सहित कई राजनीतिक और धार्मिक दल शामिल थे।

    दरअसल पाकिस्तान सरकार ने कर अनुकूलन अधिनियम 2012 के तहत गिलगित-बल्तिस्तान के ऊपर अवैध कर लगाए है। जबकि प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पाकिस्तानी सरकार ने अभी तक गिलगित-बल्तिस्तान के बारे में संवैधानिक स्थिति निर्धारित नहीं है।

    पाक सरकार के खिलाफ लंबे समय से हो रहा विरोध-प्रदर्शन

    इसे निर्धारित किए बिना ही गिलगित-बल्तिस्तान पर अनावश्यक कर लगाना अनुचित व अनैतिक है। इस अधिनियम के तहत लिए जा रहे करों के खिलाफ ही काफी समय यहां के व्यापारियों व वकीलों के द्वारा विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है।

    साथ ही यहां के लोगों की तरफ से पाकिस्तान सरकार पर भेदभाव करने व निरंकुश व्यवहार अपनाने का भी विरोध किया जाता रहा है।

    काफी समय से किया जा रहे लोगों के विरोध-प्रदर्शनों के बावजूद भी सरकार इसे वापिस लेने को तैयार नहीं है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अवैध करों के खिलाफ हमें गिलगित-बल्तिस्तान के सभी नागरिकों का पूरा समर्थन मिला हुआ है।

    साथ ही भरोसा जताया कि हम जरूर सफल होंगे और हमारी मांगो को माना जाएगा। प्रदर्शनकारियों ने करों को लगाना अपराध और गुंडागर्दी वाला बताया है। पिछले कई सप्ताहों से बाजार व व्यावसायिक प्रतिष्ठान अवैध करों के विरोध में बंद है।