पाकिस्तान ने भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को आइसलैंड जाने के लिए अपने हवाई क्षेत्र से गुजरने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है। जम्मू कश्मीर पर भारत के बीते महीने के निर्णय के कारण दोनो देशो के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी ने कहा कि हमारे निर्णय का कारण बीते दिनों में द्विपक्षीय संबंधों पर भारत का हालिया रवैया हैं। भारत के मुताबिक जम्मू कश्मीर पर जो हमारा निर्णय है वह हमारा आंतरिक मामला है और पाकिस्तान को सवाल पूछने का कोई हक नही है।
रामनाथ कोविंद तीन राष्ट्रों की आइसलैंड, स्विट्जरलैंड और स्लोवेनिया की यात्रा पर है। इस दौरान इन देशो के आला नेतृत्व के साथ राष्ट्रपति सीमा पार आतंकवाद पर चर्चा करेंगे।
कुरेशी के मुताबिक, राष्ट्रपति कोविंद को अपने वायु क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति न देने का फैसला प्रधानमंत्री इमरान खान का कश्मीर मामले पर नजरिया है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने भारतीय विमानों की उड़ान को अपने हवाई क्षेत्र से गुजरने से इनकार कर दिया है।
राष्ट्रपति कोविंद ने 9 सिंतबर को आइसलैंड की यात्रा पर सबसे पहले जाएंगे और इस दौरान वह आइसलैंड के समकक्षी गुंडी थॉमसन और प्रधानमंत्री कटरीन जोकोसबिट्टोर से वार्ता करेंगे।
कोविंद आइसलैंड की यूनिवर्सिटी में हरा भरा ग्रह बनाने की तरफ भारत और आइसलैंड की साझेदारी के बारे में लेक्चर देंगे। सरमा ने कहा कि यह यात्रा आइसलैंड के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मज़बूत करेंगे। वह आर्कटिक परिषद की अध्यक्षता का अधिग्रहण कर रहे हैं।
स्लोवेनिया की अंतिम यात्रा की शुरुआत 15 अगस्त को होगी और राष्ट्रपति की यह इस देश मे पहली यात्रा होगी। यात्रा के दौरान कोविंद अपने स्लोवेनिया के समकक्षी के साथ व्यापक स्तर की चर्चा करेंगे। वह राष्ट्रीय असेंबली के अध्यक्ष डेजन ज़िदनाम से भी मुलाकात करेंगे।