रेलवे के मन्त्री राशिद खान अहमद ने बुधवार को भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की तारीख को अक्टूबर में तय कर दिया है। रावलपिंडी में मीडिया से मुखातिब होते हुए मन्त्री ने दावा किया कि कश्मीर के संघर्ष पर निर्णायक समत आ गया है। यह दोनों देशों के बीच आखिरी जंग होगी।”
हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान ने भारत को परमाणु युद्ध की धमकी दी थी। खान ने टीवी के संबोधन में कहा कि “उनका देश कश्मीर के लिए किसी भी हद तक जायेगा और कश्मीर के लिए इस्लामाबाद परमाणु ताकत का इस्तेमाल करने से भी नहीं हिचकिचाएगा।”
भारत द्वारा जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य के दर्जे को हटाने के बाद पाकिस्तान की सरकार बौखलाई हुई है और खुद को अलग थलग देख रही है और उसका मकसद इस मामले का अंतर्राष्ट्रीयकरण करना है। रेलवे मंत्री ने एक बार फिर अपने देश वासियों से कमिरियों के लिए एकजुट होने की गुहार लगाई है और मुहर्रम के बाद यात्रा का वादा किया है।
रशीद ने कहा कि “जिन्नाह ने कई सालो पहले ही भारत में मुस्लिम विरोधी विचारधारा को पहचान लिया था। जो अब भी भारत के साथ वार्ता की संभावनाओं को तलाश कर रहे हैं, बेवकूफ है।” फ्रांस में जी 7 के शिखर सम्मेलन के इतर डोनाल्ड ट्रम्प और नरेंद्र मोदी की बैठक में पीएम ने दोहराया कि भारत अपने मत पर अडिग है कि जम्मू कश्मीर भारत का अंदरूनी मामला है और भारत व पाकिस्तान इसे द्विपक्षीय तरीके से हल कर सकते हैं।
शाह महमूद कुरेशी ने दोनो परमाणु ताकतों के बीच युद्ध से समस्त क्षेत्र के प्रभावित होने की धमकी दी थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर के मामले को हल करने के लिए कूटनीतिक, राजनीतिक और कानूनी विकल्पों को अपना रहा है और कहा कि अगले माह न्यूयॉर्क में यूएन की बैठक में इस मामले को उठाने की भी चेतावनी दी थी।