पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना के अज्ञात पायलटों के खिलाफ दरख्तों पर बमबारी करने पर प्राथमिकी दर्ज करवाई है। इस हमले में बालाकोट में 19 पेड़ तबाह हो गए थे। ट्रिब्यून के मुताबिक इस एफआईआर को वन विभाग ने शुक्रवार को भारतीय पायलटों के खिलाफ लिखवाई है।
26 फरवरी को भारत सरकार ने दावा किया कि भारतीय वायुसेना के विमानों ने खैबर पख्तूनवा के बालाकोट में आतंकियों की शिविरों पर बमबारी की थी जिसमे करीब 300 आतंकी मारे गए थे। ख़ुफ़िया रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने जैश ए मोहम्मद के सबसे विशाल आतंकी कैंप को तबाह किया था।
विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि “इस अभियान में बड़ी संख्या में जेईएम के आतंकी, प्रशिक्षक, वरिष्ठ कमांडर, फियादीन हमले के लिए तैयार किये जा रहे जिहादियों का समूह को नेस्तनाबूत कर दिया गया है। बालाकोट में जेईएम का प्रमुख मौलाना युसूफ अज़हर था। जो जेईएम के सरगना का साला था।
पाकिस्तान टुडे के मुतबिक पाक के जलवायु मंत्री मलिक अमीन अस्लाम ने कहा कि “भारतीय विमानों ने वन संपदा को क्षति पंहुचायी है और सरकार पर्यावरण पर हुए प्रभाव को गंभीरता से मूल्यांकन कर रही है। जिसके तहत यूएन और अन्य मंचों पर पाक ने शिकायत दर्ज की है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण आतंकवाद पर क्या कार्रवाई की जाएगी। दर्जनो पाइन के वृक्ष गिर गए हैं और यह पर्यावरण को गंभीर नुकसान हैं।”
रिर्पोट के अनुसार यूएन के कानून के तहत पर्यावरण के नुकसान को किसी सैन्य जरुरत से स्पष्ट नहीं किया जा सकता है और यह बेहूदगी है। यह स्पष्ट है कि मौजूदा अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया गया है।
पाकिस्तान के जलवायु परिवर्तन मंत्री मलिक आमीन असलम ने कहा कि भारत के विमानों ने हमारे जंगलों को क्षति पंहुचाई हैं। यह एक टेररिज्म हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार इस बात की जांच कर रही है कि कितना नुकसान भारत के विमानों ने हमारा किया है।