पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने मंगलवार को कहा कि क्षेत्र में शान्ति और स्थिरता की वजह चीन और पाकिस्तान का करीबी सहयोग है। वह चीन की पीपल्स लिब्रशन आर्मी के कमांडर हान वेइगुआ से बातचीत कर रहे थे। खान के सत्ता में आने में बाद चीन और पाकिस्तान की मित्रता परवान चढ़ रही है।
उनके दफ्तर ने बयान जारी कर कहा कि “प्रधानमंत्री ने चीन और पकिस्तान के बीच एक-दुसरे के मूल हितों में सहयोग की महत्वता को रेखांकित किया था।”
इमरान खान ने जोर देते हुए कहा कि “क्षेत्र में शान्ति और स्थिरता के लिए पाकिस्तान-चीन अहम वजह है और पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय मसलो में चीन के सहयोग के प्रति सराहना व्यक्त की है।” खान ने शी जिनपिंग के साथ व्यापक मसलो पर वुचरो के आदान-प्रदान को याद किया था।
इमरान खान और शी जिनपिंग के बीच हाली ही में दो मुलाकाते हुई है। एक अप्रैल 2019 में बीजिंग में और एक जून 2019 में बिश्केक में हुई थी। उन्होंने बताया कि “चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बीआरआई के तहत महत्वकांक्षी परियोजना है।”
उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान दोनों देशों के बीच सीपीईसी के दुसरे चरण में सहयोग को गहरा करने की तरफ देख रहा है।” जनरल हान ने भी पाकिस्तान-चीन की सदाबहार रणनीतिक सहयोगी साझेदारी की महत्वता को जोर देकर कहा था। साथ ही चीन द्वारा सभी क्षेत्रों में गहन द्विपक्षीय प्रतिबद्धता को दोहराया था और चीन-पाकिस्तानी संबंधों को आगे लेकर जायेंगे।
बिश्केक में मुलाकात में चीनी नेता ने कहा कि चीन पाक मुक्त व्यापार समझौते को बढ़ावा देने के अवसर को भुनाने की जरूरत है। चीन अपनी क्षमता के मुताबिक पाकिस्तान को सहयोग मुहैया करने के इच्छुक है। इमरान खान और शी जिनपिंग की आठ महीनों में तीन बार मुलाकात हो चुकी है।
इमरान खान ने कहा कि चीन के अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय शांति के प्रचार में चीन की सकारात्मक अहमियत को पाकिस्तान समझता है और चीन के साथ रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।