पाकिस्तान–अफगानिस्तान सीमा के पास एक संदिग्ध अमेरिकी ड्रोन हमले में तालिबान सम्बद्ध हक्कानी नेटवर्क का उग्रवादी कमांडर मारा गया। साथ ही इसके सहयोगी के भी मारे जाने की सूचना है। पाकिस्तानी अधिकारी व हक्कानी नेटवर्क के दो सदस्यों ने इसकी पुष्टि की है।
जब से डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति बने है तब से ही यहां पर कई बार अमेरिकी ड्रोन हमले हो चुके है। पाक अधिकारियों के अनुसार अमेरिकी ड्रोन से अफगानिस्तान से पाकिस्तान की कुर्रम वादी को अलग करने वाले पर्वतीय सीमा क्षेत्र में कई बार हमले किए जा चुके है।
जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर को जमीउद्दीन नामक एक आतंकवादी कमांडर के वाहन पर संदिग्ध अमेरिकी ड्रोन हमला हुआ था जिसमें उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस क्षेत्र में स्थित पाकिस्तानी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बोलते हुए कहा कि अमेरिकी ड्रोन हमले में कमांडर का सहयोगी भी मारा गया है।
हक्कानी नेटवर्क के एक वरिष्ठ सदस्य के मुताबिक मारा गया कमांडर जमीउद्दीन हमारा विश्वसनीय था। जमीउद्दीन हक्कानी संगठन का हिस्सा था और अफगानिस्तान में चल रहे आंदोलन के दौरान हमारे लड़ाकों को सुविधा प्रदान करता था।
ट्रम्प प्रशासन कर रहा लगातार ड्रोन हमले
उन्होंने कहा कि जमीउद्दीन अपनी कार से पाकिस्तान के कुर्राम क्षेत्र में यात्रा कर रहे थे तभी ड्रोन के दो मिसाइलों ने उसे मार दिया। हालांकि हक्कानी नेटवर्क के वरिष्ठ सदस्य ने उसके किसी भी सहयोगी के मारे जाने से इंकार किया है।
इस क्षेत्र के एक निवासी ने भी बताया कि मैंने देखा कि दो मिसाइलें वाहन पर आ गिरी और अंदर सवार लोग मर गए।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान में हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ अमेरिका कार्यवाही कर रहा है। अफगानिस्तान में आतंकियों को मारने के लिए वहां पर अमेरिकी सैनिक भी मौजूद है। ट्रम्प प्रशासन ने पाकिस्तान पर कठोर रूख अपनाया हुआ है।
ट्रम्प ने कहा था कि अफगानिस्तान में तालिबान और हक्कानी नेटवर्क सहित आतंकवादियों को पाकिस्तान सुरक्षित आश्रय प्रदान करता है जो अफगानिस्तान में हमले करते है।