यह पाकिस्तान की सुरक्षा स्थिति और भारत के साथ संबंध है जो तय करेगा की एशिया कप 2020 टूर्नामेंट पाकिस्तान मे किया जाए यह नही या फिर किसी तटस्थ स्थल पर इसका आयोजन हो, जो संयुक्त अरब अमीरात होने की संभावना है, क्योकि 2009 मे पाकिस्तान में श्रीलंका की टीम पर हुए आतंकी हमले के बाद, पाकिस्तान की टीम संयुक्त अरब अमीरात मे ही अपने घरेलू क्रिकेट को आयोजित करती आयी है। हाल ही मे 2018 एशिया कप की मेजबानी भी संयुक्त अरब अमीरात ने की थी, और सारे मैच दुबई और अबु धाबी के क्रिकेट स्टेडियम मे खेले गए थे।
पाकिस्तान और भारत दोनों के बीच संबंध राजनीतिक और क्रिकेट दोनों मोर्चों पर सबसे निचले स्तर पर हैं। 2012-13 में एक संक्षिप्त द्विपक्षीय श्रृंखला के बाद से दोनों देशों ने क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में केवल एक-दूसरे का सामना किया है।
पीसीबी ने 2015 और 2023 के बीच आठ वर्षों के दौरान छह द्विपक्षीय श्रृंखला खेलने के लिए 2014 में दोनों बोर्डों द्वारा हस्ताक्षरित समझौते के ज्ञापन को सम्मानित नहीं करने के लिए बीसीसीआई से 70 मिलियन अमरीकी डालर की हानि की मांग की थी। हालांकि, आईसीसी के विवाद पैनल मामले को खारिज कर दिया।
अभी चल रहे एमर्जिंग एशिया कप की मेजबानी पाकिस्तान और श्रीलंका संयुक्त रुप से कर रहे है। ग्रुप-बी के सभी मैच जिसमें पाकिस्तान के साथ बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात और हांगकांग शामिल थे, उनके मैच चार दिन कराए गए थे।
पिछलो कुछ वर्षो में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीमों के लिए अपने दरवाजे खोल है और पाकिस्तान मे पीएसएल टी-20 लीग आयोजित करके वैश्विक क्रिकेट समुदाय के विश्वास को जीतने के प्रयास किया है। जिम्बाब्वे ने 2015 श्रीलंका ने 2017 और वेस्टइंडीज ने 2018 मे पाकिस्तान मे जाकर सीरीज खेली है और कई हद तक उस समय पाकिस्तान के क्रिकेट मैदानो मे कड़ी सुरक्षा दिखाई दी है।