पाकिस्तान ने 290 किलोमीटर की सतह से सतह तक की बैलिस्टिक मिसाइल ग़ज़नवी का सफलतापूर्वक रात को परीक्षण किया है। यह टेस्ट भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव में किया गया है। भारत ने जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य जा दर्जा हटा लिया था और इसे दो केन्द्रशा8 प्रदेशो में विभाजित कर दिया था।
पाकिस्तान के सैन्य प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान ने 290 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली सतह से सतह तक की बैलिस्टिक मिसाइल ग़ज़नवी का सफलतापूर्वक रात को परीक्षण किया है। यह 290 किलोमीटर तक विभिन्न प्रकार के युद्ध पदार्थो को ले जाने में सक्षम है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने राष्ट्र को बधाई दी और इस परीक्षण के लिए टीम सराहना की है।
अमेरिका में स्थित एनजीओ मिसाइल डिफेंस एडवोकेसी अलायन्स ने कहा कि चीन की एम 11 मिसाइल को देखकर ग़ज़नवी को विकसित किया गया है। जो पाकिस्तान को साल 1987 में डिलीवर की गई थी।
यह मिसाइल 700 किलोग्राम विस्फोटक ले जाने में सक्षम है। ऐसे में पाकिस्तान का फिर से 300 किलोमीटर रेंज की ही गजनवी मिसाइल का परीक्षण करना दुनिया को तनाव का संदेश देने की कोशिश मात्र मानी जा रही है।
पाक रेल मंत्री शेख राशिद का हाल ही में बयान आया था। राशिद ने भी युद्ध के संकेत देते हुए कहा था कि अक्टूबर या नवंबर तक दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ सकता है। रावलपिंडी में मीडिया से मुखातिब होते हुए मन्त्री ने दावा किया कि कश्मीर के संघर्ष पर निर्णायक समय आ गया है। यह दोनों देशों के बीच आखिरी जंग होगी।”
रशीद ने कहा कि “जिन्नाह ने कई सालो पहले ही भारत में मुस्लिम विरोधी विचारधारा को पहचान लिया था। जो अब भी भारत के साथ वार्ता की संभावनाओं को तलाश कर रहे हैं, बेवकूफ है।”
शाह महमूद कुरेशी ने दोनो परमाणु ताकतों के बीच युद्ध से समस्त क्षेत्र के प्रभावित होने की धमकी दी थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर के मामले को हल करने के लिए कूटनीतिक, राजनीतिक और कानूनी विकल्पों को अपना रहा है और कहा कि अगले माह न्यूयॉर्क में यूएन की बैठक में इस मामले को उठाने की भी चेतावनी दी थी।