पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश साकिब निसार ने सिंध प्रान्त में हिन्दू समुदाय के लोगों की जमीन पर अवैध कब्ज़ा जमाने वाली वीडियो पर स्वतः संज्ञान लिया है। पाकिस्तान की वेबसाइट डौन नें इसकी जानकारी दी।
पाकिस्तान के शीर्ष अदालत के पंजीकरण दफ्तर से सूचना जारी की गई कि मुख्य न्यायाधीश ने एक रिटायर प्रोफेसर भगवान देवी द्वारा जारी वीडियो पर संज्ञान लिया है।
Sindhi’s in #Pakistan are turning into minorities and are forced to leave their land. Prof. Bhagwan Devi is protesting against land mafia in Larkana, #Sindh. @ShamaJunejo @shafiburfat @mmatalpur @beenasarwar @marvisirmed @titojourno @nidkirm @Imamofpeace @hyzaidi @MJibranNasir pic.twitter.com/O3kIHgzVEF
— THE SINDHI NARRATIVE (@TSNARRATIVES) October 12, 2018
प्रोफेसर भगवान देवी ने बताया कि सिंध में हिन्दू समुदाय के लोग सरकार की गैर-प्रशासनिक और गैर-कानूनी नीतियों का शिकार हो रहे हैं। पिछले सप्ताह जारी वीडियो में भगवान् देवी ने बताया था कि भू माफिआ सिंध प्रान्त में हिन्दू नागरिकों की जमीने हड़प रहे हैं। सिंध के लकरना में प्रतिनिधियों की सह पर हिन्दुओं की जमीनों पर कब्ज़ा जमाया जा रहा हैं।
भगवान देवी ने कहा प्रभावित समुदाय के सदस्य डर के साये में जी रहे हैं। उन्होंने कहा कई हिन्दू अपनी जमीने औने-पौने दामों में बेच रहे हैं और सिंध छोड़ने को मज़बूर है। कई हिन्दू सिंध प्रान्त से रुखसत हो भी चुके हैं।
भगवान देवी ने दावा किया कि यहां वही माहौल तैयार किया जा रहा है जो अमेरिका ने हिन्दुओं के लिए कर रखा है। उन्होंने सिंधी राष्ट्रवादियों और विभागों पर चुप्पी साधने का इलज़ाम लगाया।
भगवान् देवी ने बताया कि वह अपनी पति बी भगवान दास के साथ पिछले 15 दिनों से प्रेस क्लब के बाहर धरने पर बैठी थी। उन्होंने पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश और अन्य 205 राष्ट्रों से हिन्दू समुदाय की ओर ध्यान आकर्षित करने की अपील की।
साकिब निसार 18 अक्टूबर को इस केस की सुनवाई करेंगे। पाकिस्तान के अटॉर्नी जनरल, सिंधी एडवोकेट, धार्मिक अधिकारों के मंत्री, मानवाधिकार के प्रमुख और सिंध सरकार समेत अन्य को अदालत ने समन जारी कर दिया है।