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    पाकिस्तान फिलीस्तीन

    संयुक्त राष्ट्र महासभा में यरूशलम मुद्दे पर भारत ने प्रमुख दोस्त अमेरिका व इजरायल का साथ न देकर फिलीस्तीन का साथ दिया था। भारत ने सोचा था कि इससे फिलीस्तीन व भारत के बीच में अच्छे संबंध बनेंगे। लेकिन भारत को अब फिलीस्तीन से ही कड़ा झटका मिला है।

    दरअसल पाकिस्तान में फिलीस्तीन के राजदूत वालिद अबु अली ने मुबंई हमलों के मास्टरमाइंड व आतंकी हाफिज सईद के साथ एक रैली में मंच साझा किया है। पाकिस्तान के रावलपिंडी के लियाकल बाग में शुक्रवार को आयोजित आतंकी हाफिज सईद की रैली में फिलीस्तीन राजदूत ने केवल वहां शामिल ही नहीं हुए बल्कि रैली को संबोधित भी किया।

    रैली की तस्वीरों को देखने पर लगता है कि फिलीस्तीनी राजदूत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकी हाफिज सईदा का खुले तौर पर समर्थन कर रहा है।

    रैली में वालिद अबु अली व हाफिज सईद की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इन फोटो को देखने के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि “हम फिलीस्तीन सरकार के समक्ष इस मामले को दृढ़ता से उठाएंगे। रैली से संबंधित रिपोर्ट देखने के बाद अब फिलीस्तीनी राजदूत व अधिकारियो के समक्ष इस मुद्दे को सख्ती से उठाया जाएगा।“

    शुक्रवार को हुई इस रैली का आयोजन पाकिस्तान में कट्टरपंथी इस्लामी दलों के एक गठबंधन ने किया था। ये वही गठबंधन है जो लगातार भारत व अमेरिका के खिलाफ आक्रामक तरीके से बयानबाजी करते है और जहर उगलते है।

    बेनजीर भुट्टो की अंतिम रैली वाली जगह हुआ आयोजन

    साथ ही ये रैली उसी स्थान पर की गई जहां पर पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो ने 27 दिसंबर 2007 को अपनी सार्वजनिक रैली को संबोधित किया था।

    जमात-उद-दावा प्रमुख सईद ने रैली के दौरान भारत के कश्मीर मुद्दों, इजरायल और अमेरिका के विरोध में भाषण दिया। लेकिन इस रैली के दौरान फिलीस्तीनी राजदूत का दिखना काफी कुछ संकेत देता हुआ नजर आ रहा है।

    जहां पर आतंकी हाफिज सईद व उसके दल के ऊपर खुद पाकिस्तान सरकार लगाम लगाने पर लगी हुई है, वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान में फिलीस्तीन का सरकारी राजदूत आतंकी की रैली में नजर आ रहा है। गौरतलब है कि अगले साल फरवरी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  फिलिस्तीन की संभावित यात्रा पर चर्चा कर रहे है।