पाकिस्तान ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय के मुताबिक, पाकिस्तान ने मंगलवार को सभी उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को खोल दिया है। फ़रवरी में बालाकोट हवाई हमले के बाद पहली बार पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को खोला है।
विभाग के तरफ से जारी नोटिस के अनुसार, तत्काल प्रभाव के साथ सभी तरीके के वाहनों के लिए एटीएस के मार्गो को खोल दिया गया है। शुरुआत में पाकिस्तान ने बताया था कि वह व्यावसायिक उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को नहीं खोलेगा, जब तक भारतीय एयरबेस से लडाकू विमानों को हटा न दे।
भारत ने 26 फ़रवरी को जैश ए मोहम्मद के आतंकवादियों के शिविरों पर हवाई हमले को अंजाम दिया था और इसके बाद पाकिस्तान ने भारत से सटे पूर्वी हवाई क्षेत्र को पूरी तरह बंद कर दिया था। पाकिस्तानी समर्थित आतंकवादियों समूहों ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर फियादीन हमला किया था।
अप्रैल के मध्य में पाकिस्तान ने पश्चिम की तरफ से 11 में से एक हवाई क्षेत्र को खोल दिया था और इंडिया एयरलाइन्स व तुर्किश एयरलाइन्स ने इसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था। मार्च में पड़ोसी मुल्क ने आंशिक तौर पर अपने हवाई क्षेत्र को खोल दिया था लेकिन भारत की उड़ानों को मंज़ूरी नहीं दी थी।
21 जून को पाकिस्तान ने भारत के लिए हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया था और कहा कि जब तक भारत सुनिश्चित नहीं करता कि वह बालाकोट जैसी वारदात को दोबारा अंजाम नहीं देगा, भारत के लिए पाकिस्तान अपने हवाईक्षेत्र को बंद रखेगा।
भारतीय एयरस्पेस को इस्तेमाल करने वाली विदेशी एयरलाइन्स को मजबूरन अधिक किराया वसूल करना पड़ रहा है क्यूंकि वह पाकिस्तानी हवाई मार्ग से उड़ान नहीं भर पा रहे हैं। इस बंद से यूरोप और दक्षिण पूर्वी एशिया की उड़ानों पर असर पड़ा है।
दिल्ली-अस्ताना उड़ानों को पंहुचने के लिए तीन घंटे अधिक लगते हैं, जबकि दिल्ली-मॉस्को की उड़ान को दो अतिरिक्त घंटे लगते हैं। बैंकाक, कुआला लुम्पुर और नई दिल्ली के लिए पीआईए अभियानों को स्थगित कर दिया है।