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    पाकिस्तान भारत सिख समुदाय

    पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के हंगू जिले में कथित तौर पर सिख समुदाय के लोगों को जबरन इस्लाम धर्म स्वीकार करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इस रिपोर्ट के बाद भारत ने अपना विरोध पाकिस्तान के समक्ष दर्ज करवाया है। पाकिस्तान के अधिकारी ने सिख समुदाय को इस्लाम धर्म को अपनाने को मजबूर किया है।

    मंगलवार को दिन में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्विटर पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से इस मामले में उचित कार्रवाई की जाने की मांग की थी।

    सिख समुदाय के लोगों का इस्लाम धर्म में मजबूरन रूपांतरण के मामले पर अमरिंदर सिंह ने ट्विटर लिखा कि भारतीय विदेश मंत्रालय को उच्चतम स्तर पर इस मामले को देखना चाहिए और सिख समुदाय की मदद करनी चाहिए। अमरिंदर सिंह ने लिखा कि हम सिख समुदाय के ऊपर किसी प्रकार का शोषण नहीं होने देंगे।

    इसके बाद भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी पाकिस्तान के हंगू जिले में सिख समुदाय के लोगों का जबरन इस्लाम में परिवर्तित करने को मजबूर करने पर चिंता जताई है। पाकिस्तान की इन रिपोर्टों पर चिंता व्यक्त करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि वह जल्द से जल्द इस्लामाबाद के साथ इस मामले पर चर्चा करेगी।

    सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर लिखा कि वो इस मामले को पाकिस्तान सरकार के समक्ष उच्चतम स्तर पर लेकर जाएगी। इस ट्वीट में विदेश मंत्री ने पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग को भी टैग किया है।

    दरअसल 16 दिसंबर को पाकिस्तान के पब्लिकेशन ट्रिब्यून ने बताया था कि एक सरकारी अधिकारी खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के हंगू जिले में इस्लाम धर्म को अपनाने के लिए कथित तौर पर सिख समुदाय के सदस्यों को मजबूर कर रहा था।

    बाद में सिख समुदाय के लोगों ने हंगू जिले के डिप्टी कमिश्नर को इस संबंध में शिकायत दर्ज करवाई। सिख समुदाय ने पाकिस्तानी अधिकारी सहायक आयुक्त तहसील याकूब खान के ऊपर कथित तौर पर जबरन इस्लाम धर्म को अपनाने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया।