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    सीपीईसी सऊदी अरब पाकिस्तान

    पाकिस्तान के लिए सऊदी अरब एक ऐतिहासिक निवेश पैकेज की योजना की तैयारियों में जुटा हुआ है। सऊदी अरब आने मुस्लिम सहयोगी की आर्थिक विपदा से बाहर निकालने मददगार साबित हो सकता है। खबर के मुताबिक, सऊदी अरब पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह में 10 अरब डॉलर की आयल रिफायनरी का निर्माण करेगा। यह पाकिस्तान और चीन की महत्वकांक्षी परियोजना बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का मुख्य भाग है।

    सऊदी अरब के दो अधिकारीयों ने पुष्टि की कि पाकिस्तान के यात्रा के दौरान मोहम्मद बिन सलमान कई निवेश समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। जल्द ही सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस पाकिस्तान की यात्रा पर जायेंगे। वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सकारात्मक है और यह सऊदी का पाकिस्तान में सबसे बड़ा निवेश होगा।

    बीते माह की एक रिपोर्ट के मुताबिक मध्य एशिया में सऊदी अरब और यूएई पाकिस्तान के सबसे बड़े व्यापार साझेदार है। दोनों देशों ने पाकिस्तानी 30 अरब डॉलर का कर्ज व निवेश का प्रस्ताव दिया था। पाकिस्तान की गिरती अर्थव्यवस्था के लिए सऊदी अरब का निवेश लाभदायक होगा।

    इमरान खान ने आर्थिक सुधार के लिए सऊदी अरब, यूएई, मलेशिया और चीन यात्रा की थी। सऊदी अरब ने पाकिस्तान को 6 अरब डॉलर की राशि मुहैया करने का ऐलान किया था जिसमे 3 अरब डॉलर तेल की रकम चुकाने में रियायत दी जाएगी और शेष पाकिस्तान को नकद दिए जायेंगे।

    ग्वादर से चीन तक की पाइपलाइन समयसीमा को 30 दिन से घटाकर सात दिन कर देगी। ग्वादर को भविष्य में इंडस्ट्रियल हब के तौर पर तैयार किया जा रहा है। ताकि अफगानिस्तान, मध्य एशिया, एशिया और अफ्रीका में आसानी से पंहुचा जा सके।

    पाकिस्तान ने सऊदी अरब को सीपीईसी में तीसरे भागीदार के तौर पर आमंत्रित किया था लेकिन चीन ने इस पर आपत्ति व्यक्त की और इसे ख़ारिज करने का दबाव बनाया। भारत भी ईरान में चाहबार बंदरगाह का निर्माण कर रहा है। जो  भारत को अफगानिस्तान के आलावा मध्य एशिया और अफ्रीका में प्रवेश देगा।

    भारत और पाकिस्तान की दुश्मनी में रियाद खुद को अलग रखेगा क्योंकि यूएई की नयी दिल्ली के साथ कई रणनीतिक ऊर्जा समझौते हैं और भारत में तेल की मांग दिन ब दिन बढ़ रही है। साल 2017-18 में द्विपक्षीय व्यापार में 9.56 फीसदी यानी 27.48 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है। भारत क्व आयात में 22.06 अर्क़ब् डॉलर की वृद्धि हुई है, जो बीते वित्तीय मुनाफे से 10.50 प्रतिशत अधिक था। जबकि सऊदी अरब को निर्यात 5.41 अरब डॉलर का है और इसमे 5.88 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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