अनुभवी पाकिस्तान (Pakistan) क्रिकेटर शोएब मलिक (Shoaib Malik) पिछले कुछ समय से अपने अंतिम विश्व कप की तैयारी कर रहे थे। 37वर्षीय खिलाड़ी को अनुभवी मोहम्मद हफीज के साथ सरफराज अहमद की अगुवाई वाली टीम में मदद करने के लिए रखा गया था। जहां अब तक विश्वकप में हफीज ने कुछ रन तो बनाए है, लेकिन मलिक अब तक टूर्नामेंट में 3 मैचो में 8 रन ही बना पाए है, जिसमें दो मैचो में वह बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए थे।
अनुभवी बल्लेबाज रविवार को भारत के खिलाफ भी खाता खोलने में कामयाब नही हो पाया, जिससे उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा। उनके इस खराब प्रदर्शन को देखकर कहा जा रहा है कि शोएब मलिक पाकिस्तान के लिए अपना अंतिम मैच खेल चुके है।
उन्होने विश्वकप शुरु होने से पहले ही कहा था कि यह एकदिवसीय टूर्नामेंट में आखिरी टूर्नामेंट होगा और उसके बाद में ऑस्ट्रेलिया में अगले साल टी-20 विश्वकप में अपना ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं। लेकिन अब, मलिक को तेजी से इतिहास के पन्नों में पिरोया जा सकता है और फिर से पाकिस्तान के लिए किसी भी प्रारूप में फिर से पेश नहीं किया जा सकता है।
भारत के खिलाफ मैच से पहले, मलिक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी अपना खाता खोलने में विफल थे, जिसके कारण उनकी टीम 308 रन तक के लक्ष्य का पीछा नही कर पाई। उनके इस खराब प्रदर्शन पर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर और रमीज राजा ने अनुभवी क्रिकेटर को लताड़ लगाई है और प्रशंसक भी उनके इस प्रदर्शन से बेहद नाराज है और वह इसे क्षुद्र चर्चा में उनके परिवार को भी घसीट लाए है। और अब कोई भी शोएब मलिका को पाकिस्तान के बचे अन्य चार विश्वकप में खेलते देखना चाहता है।
टेस्ट स्पिनर इकबाल कासिम ने टाइम्स नाउ के हवाले से कहा,
” उन्होंने (मलिक) ने खुद विश्व कप से पहले घोषणा की है कि वह इस आयोजन के बाद वनडे से संन्यास ले लेंगे। टूर्नामेंट में उनके प्रदर्शन को देखते हुए अब तक मैं उन्हें बाकी बचे चार मैचों में फिर से खेलते हुए नहीं देखना चाहता।”
शोएब मलिक उन क्रिकेटरो में से है जिन्होने 1990 के दशक में डेब्यू किया था
शोएब मलिक, ने साल 2015 में टेस्ट क्रिकेट से अपने सन्यांस का ऐलान कर दिया था और उसके बाद वह केवल सीमित ओवर के प्रारुप पर अपना ध्यान दे रहे थे जिसमें उनके 11,000 रन और 200 विकेट है। 1999 से अबतक उन्होने 287 वनडे मैच खेले है जिसमें उनके 11,000 के करीब रन है। वह इस विश्व कप में दो क्रिकेटरों में से एक हैं जिन्होंने 1990 के दशक में (दूसरे वेस्टइंडीज क्रिस गेल) पदार्पण किया था।
यहां तक कि मोहम्मद यूसुफ की राय थी कि मलिक को टूर्नामेंट के शेष के लिए टीम में फिर से चुनने पर टीम गलत करेगी।
“मुझे लगता है कि पाकिस्तान के लिए उनका करियर खत्म हो गया है और मैं उसे इस विश्व कप में आगे खेलते हुए नहीं देखता। उन्हे फिर से चुनने के लिए एक बड़ी गलती होगी।”