पाकिस्तान (Pakistan) के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अंतररष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत से पाकिस्तान को मिली कड़ी शिकस्त के बाद दोनों देशों के बीच मजीद मैचों के आयोजन कराये जाने का सुझाव दिया है। विश्व कप के मैचों में पाकिस्तान को भारत ने जीत का स्वाद चखने का मौका नहीं दिया था।
रविवार को ओल्ड ट्राफ्फोर्ड स्टेडियम में पहुंचने के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि “उपमहाद्वीप में क्रिकेट बेहद मशहूर हैं और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान में क्रिकेट को एक नयी पहचान से रूबरू किया है।
कुरैशी ने कहा कि “खेल के ज्यादा हित और क्रिकेट की बेहतरी के लिए भारत-पाकिस्तान की टीमों के बीच द्विपक्षीय मैचों का आयोजन किया जाना चाहिए।” भारत ने पुरुष टीम को पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज खेलने को रोक रखा है। दोनों देशों के बीच तनावों के बढ़ने के बाद दोनों देशों के बीच किसी प्रकार के द्विपक्षीय आयोजन को आयोजित नहीं किया गया था।
भारत ने पाकिस्तान पर आतंकियों को पनाह देने और क्षेत्र में हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया था। 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद बीसीसीआई ने आईसीसी से उन देशों को इस टूर्नामेंट से दूर रखने का आग्रह किया था जो आतंकवाद के पनाहगार है।
रविवार को मैनचेस्टर में आयोजित मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 89 रनों से हरा दिया था। इसके परिणाम के बाद भारत ने पाकिस्तान को विश्व कप में शिकस्त देने के अपने रिकॉर्ड को बरकरार रखा है।
पाकिस्तान ने भारत से बातचीत के आयोजन की मांग की है और दोनो पड़ोसी देशों के नीच शत्रुतापूर्ण रवैये को खत्म करने का आग्रह किया है। बिश्केक के आयोजित एससीओ के समारोह में पाकिस्तानी पीएम ने भारत के साथ बातचीत के जरिये सभी मामलों को सुलझाने की जरूरत को दोहराया था।
हालांकि भारत अपने मत पर अडिग रहा कि पकिस्तान को पहले आतंक मुक्त माहौल बनाने की जरूरत है। आतंक और वार्ता साथ मुमकिन नहीं है।