पाकिस्तान में शरीफ परिवार पर एक के बाद एक भ्रष्टाचार के मुकदमे दायर हो रहे हैं। पाकिस्तान की भ्रष्टाचार रोधी संस्था ने विपक्षी दल के नेता और पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज़ के अध्यक्ष शहबाज़ शरीफ को एक अन्य मामले में गिरफ्तार कर लिया है। खबरों के मुताबिक उनकी रिमांड अवधि को 24 नवंबर तक बढ़ दिया गया है।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय दायित्व परिषद ने 14 बिलियन के आशियाना आवास स्कीम घोटाले में शाहबाज़ शरीफ को गिरफ्तार किया था। शहबाज़ शरीफ सत्ता से बेदखल चल रहे पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के भाई है। एनबीए ने इस घोटाले के मामले की सुनवाई के लिए शहबाज़ शरीफ को लाहौर की अदालत में पेश कर रिमांड अवधि को 15 दिन बढाने का आग्रह किया था। एनबीए ने बताया कि शहबाज़ शरीफ को रमजान चीनी मील के केस में भी गिरफ्तार किया गया था।
एनबीए ने अदालत के समक्ष दलील दी कि रिमांड के दौरान शरीफ संसद के सत्र में शरीक हुए थे इसलिए सही से पूछताछ नही हो सकी थी। सुनवाई के बाद अदालत ने शहबाज़ शरीफ को रिमांड अवधि को बढ़ाकर 24 नवंबर तक कर दिया था।
अदालत परिसर के बाहर पीएमएलएन के कार्यकर्ताओं ने इमरान खान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी। सूत्रों के मुताबिक शहबाज़ शरीफ का बेटा लंदन में होने के कारण, अदालत में उपस्थित नही हो सका था। सूत्रों के मुताबिक शहबाज़ शरीफ के परिवार ने सलीम को उसके खिलाफ चल रहे आरोपों को ठंडा पड़ने तक लंदन में ही रहने को कहा है।
एनबीए के मुताबिक शहबाज़ श्रॉफ के दोनों पुत्रों हमजा और सलीम ने रमजान चीनी मिल में लाखों का घपला किया था और सरकारी पद का दुरुपयोग किया था। उन्होंने लाहौर से 200 किलोमीटर दूर एक पुल का निर्माण करवाया जो मिल से से जुड़ता था। उन पर आरोप है कि उन्होंने अवाम का पैसा अवैध गतिविधियों के लिए उपयोग किया था।
इस पुल के लिए शहबाज़ शरीफ ने 20 लाख रुपये की मंज़ूरी दी थी।