भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को नहीं रोकता है तब तक बातचीत संभव नहीं है। जम्मू -कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने पर पाक की बौखलाहट पर राजनाथ ने कहा कि “वह इस मुद्दे को लेकर विश्व भर में दुखड़ा रो रहा रहा लेकिन उसकी कोई सुन नहीं रहा है।”
राजनाथ सिंह ने कहा कि “अब यदि पाकिस्तान से बातचीत होगी तो केवल पाक अधिकृत कश्मीर को लेकर होगी।” हरियाणा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा “‘कुछ दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत बालाकोट से बड़ा कदम उठाने की योजना बना रहा है। इसका मतलब है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने स्वीकार कर लिया है कि बालाकोट में भारत ने बड़ी तबाही मचाई थी।”
Rajnath Singh in Panchkula,Haryana: Article 370 was abrogated in J&K for its development.Our neighbour is knocking doors of intl. community saying India made a mistake.Talks with Pak will be held only if it stops supporting terror. If talks are held with Pak it will now be on PoK pic.twitter.com/HBm7EIeezL
— ANI (@ANI) August 18, 2019
Defence Minister Rajnath Singh in Panchkula, Haryana: Few days ago, prime minister of Pakistan said that India is planning to take an action bigger than Balakot. It means that Pakistan PM acknowledges what India did in Balakot. pic.twitter.com/bkIyVwaGIs
— ANI (@ANI) August 18, 2019
राजनाथ ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म करने के फैसले पर पाकिस्तान की बौखलाहट पर तंज कसते हुए कहा कि पड़ोसी देश कमजोर हो गया है। उन्होंने कहा कि “अनुच्छेद 370 जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए बाधक था जिसे समाप्त कर दिया गया है।”
उन्होंने कहा कि “पड़ोसी वैश्विक देशों के दरवाजे खटखटा कर कह रहा है कि भारत ने गलती की है। पाक के साथ अब तभी बातचीत होगी जब वह आतंक का समर्थन करना बंद कर देगा। अगर पाक के साथ बातचीत होती है तो यह सिर्फ पीओके के मामले पर होगी।”
रक्षा मंत्री ने कहा कि “पाकिस्तान अब धमकी भी दे रहा है लेकिन उसकी कोई सुनने को तैयार नहीं है। अमेरिका के राष्ट्रपति तक ने कह दिया है कि जाओ भारत के साथ बैठकर बातचीत करो।”
भारत के रक्षा मंत्री ने शुक्रवार को कहा था कि संकट की परिस्थितियों में भारत परमाणु हथियारों के लिए पहले इस्तेमाल न करने की अपनी नीति में बदलाव कर सकता है। इसके बाद विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि भारत का यह बयान बताता है कि वह हिंसा के लिए आतुर है।