Sat. Nov 23rd, 2024
    हफीज सईद

    भारत में मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का इंटरव्यू लेने आ रही यूएन की टीम के वीजा आवेदन को ख़ारिज कर दिया था। न्यूयोर्क में स्थित पाकिस्तानी दूतावास ने 26/11 के आतंकी हमले के साजिशकर्ता का इंटरव्यू लेने जा रही टीम को खाली हाथ लौटा दिया।

    हाल ही में हाफिज सईद ने यूएन की आतंकियों की सूची में से खुद का नाम निकालने का प्रस्ताव रखा था। नियमों के मुताबिक किसी व्यक्ति का नाम इस लिस्ट से निकालने के लिए यूएन की तय टीम उसका इंटरव्यू लेती है। बहरहाल, पाकिस्तान द्वारा वीजा आवेदन को रद्द देने के कारा अब यह मुमकिन नहीं हो पायेगा।

    सूत्रों ने हाफिज सईद के मामले में पाकिस्तान की दोहरी नीति की पुष्टि की है। इस्लामाबाद को हाफिज सईद द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ सबूतों को उजागर कर देने का भी डर है। साथ ही वह पाकिस्तानी सरजमीं से अन्य आतंकी संगठनों के संचालन करने का भी खुलासा कर सकता है।

    पाकिस्तान द्वारा वीजा आग्रह को निरस्त करने के बाद यूएन हाफिज सईद का इंटरव्यू वीडियो कॉल के जरिये ले सकता है। यूएन ने आधिकारिक तौर पर हाफिज सईद को आतंकी सूची से निकालने का विरोध किया था।

    चीन ने सोमवार को भारत और पाकिस्तान के मध्य जारी तनाव पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि क्षेत्रीय शान्ति और स्थिरता से सम्बंधित सभी अनुकूल प्रयासों का समर्थन करते हैं। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक संघाई सहयोग संघठन में भारत और पाकिस्तान के गतिरोध पर चर्चा करने के बाबत चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा कि “दोनों ही दक्षिण एशिया के महत्वपूर्ण देश हैं और हमें यकीन है कि चर्चा और बातचीत वे अपने विवादों का समाधान निकाल सकते हैं।”

    फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मानुएल मैक्रॉन के रणनीतिक सलाहकार फिलिप्पी एटीएन्ने ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से बातचीत की और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए प्रस्ताव लाने का निर्णय किया था।

    यह दूसरी दफा है जब फ्रांस इस प्रस्ताव को यूएनएससी के समक्ष प्रस्तुत करने का निर्णय लिया है। इससे पूर्व साल 2017 में ब्रिटेन और अमेरिका के साथ फ्रांस ने यूएन में इस प्रस्ताव को रखा था, जिस पर चीन ने वीटो का इस्तेमाल किया था।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *