पाकिस्तान इस वक्त बुरे आर्थिक दौर से गुजर रहा है। इसके लिए पाकिस्तान के पीएम इमरान खान आर्थिक सहायता के लियेकई देशों की यात्राएं कर चुके हैं। पाकिस्तान में सरकार आवाम को स्वास्थ्य दिक्कतों से सचेत करने के लिए सिगरेट और अधिक मात्र में चीनी युक्त पदार्थों मसलन, कोला, कैंडी और चीनी पर सिन टैक्स लगाएगी।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुविधाओं के मंत्री आमेर महमूद ने कहा कि हाल ही में हुए सम्मेलन में इमरान खान की सरकार स्वास्थ्य बजट में वृद्धि करने पर गौर कर रही है और इस बजट में वृद्धि स्वास्थ्य पर हानिकारक असर छोड़ने वाले पदार्थों से होगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य बजट को बढाने के कई विचार प्रयोग में लाये जायेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य बजट बढाने के लिए उनमे से एक तम्बाकू पदार्थों और चीनी युक्त उत्पादों पर सिन शुल्क लगाना हैं और इसका इस्तेमाल स्वास्थ्य बजट में किया जायेगा। स्वास्थ्य मंत्रालय कई अंतर्राष्ट्रीय नमूनों का अध्य्यन कर रहा है।
डॉक्टर असद हफीज ने कहा कि सिन टैक्स अंतर्राष्ट्रीय स्वीकृत हैं और समाज को हानिकारक पदार्थों से दूर रखने की अच्छी कोशिश है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में एक सिगरेट के पैकेट को लगभग 200 में बेचा जाता है, ब्रिटेन में चीनी युत उत्पादों पर लगभग 100 रूपए सिन टैक्स लगाया जाता है। थाईलैंड सहित कई देशों में स्वास्थ्य के कारण सिन टैक्स लगाया जाता है।
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान अभी स्वास्थ्य सुविधाओं पर अपने सकल घरेलू उत्पाद का 0.5 प्रतिशत इस्तेमाल करता हैं जबकि इमरान सरकार इसे बढाकर 5 प्रतिशत करना चाहती है। भारत अपनी जीडीपी का 1 प्रतिशत जबकि स्वेडन 9.2 फीसदी, फ्रांस 8.2 फीसदी, डेनमार्क 8.7 फीसदी और बेल्जियम 8.6 प्रतिशत करता है। अमेरिका और ब्रिटेन की सरकार जीडीपी का क्रमशः 8.5 और 7.9 प्रतिशत स्वास्थ्य सुविधाओं पर खर्च करते हैं।