कराची, 18 जुलाई (आईएएनएस)| पाकिस्तान में सिंध उच्च न्यायालय ने धर्म परिवर्तन कर हिंदू से मुसलमान बनी पायल देवी उर्फ नूर फातिमा को सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश दिया है। मीडिया रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है।
पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों के अपहरण और धर्म परिवर्तन के लिए कुख्यात सिध प्रांत के इलाके ठट्टा की रहने वाली पायल ने कहा कि उसने अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन किया और अपना नाम नूर फातिमा रखा। उसने 29 जून को धर्म परिवर्तन कर कामरान अली नाम के शख्स से स्वेच्छा से शादी की लेकिन उसके घर वाले इस रिश्ते से नाखुश हैं।
‘एक्सप्रेस न्यूज’ की रिपोर्ट के मुताबिक, पायल का कहना है कि उसके फैसले से घर वालों के साथ-साथ उसके बिरादरी के लोग भी नाराज हैं। इससे उसकी जान को खतरा पैदा हो गया है, इसलिए उसे पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
उच्च न्यायालय ने सिंध के महाभियोजक को पायल का बयान दर्ज करने और नवविवाहिता जोड़े को सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश दिया। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए छह अगस्त की तारीख तय की।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदू लड़कियों के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन की गंभीर समस्या लंबे समय से बनी हुई है। हिदू समुदाय का आरोप रहा है कि उनकी लड़कियों का अपहरण कर शादी करा दी जाती है और फिर उन पर दबाव डालकर उनसे कहला दिया जाता है कि उन्होंने स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन और विवाह किया है।
इस मुद्दे की गूंज बीते मंगलवार को सिंध विधानसभा में भी सुनाई दी जहां सदस्यों ने इस समस्या पर गंभीर चिंता जताते हुए इस पर रोक लगाने की सिफारिश करते हुए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया था।