पाकिस्तान ने जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर की संपत्ति को जब्त करने और उस पर यात्रा प्रतिबन्ध लागू करने के आदेश जारी किये हैं। संयुक्त राष्ट्र ने बुधवार को मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकी की सूची में शामिल कर दिया था। साथ ही उस पर हथियारों की खरीद-फरोख्त पर भी पाबन्दी लगा दी गयी है।
इस्लामिक स्टेट और अल क़ायदा पर बनी यूएन समिति ने जैश ए मोहम्मद के सरगना को अलकायदा से सम्बन्ध होने के कारण वैश्विक आतंकी सूची में शामिल कर दिया था। 14 फरवरी को भारत के जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला किया गया था।
इस आतंकी हमले में सेना के 40 जवानो की मौत हो गयी थी और इसकी जिम्मेदारी जैश ए मोहम्मद ने ली थी। इसके बाद भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच विवाद काफी बढ़ गया था।
पाकिस्तानी विदेश विभा ने बयान जारी कर कहा कि “सरकार प्रस्ताव 2368 (2017) के आदेश को अज़हर के खिलाफ पूरी तरह लागू करने प्रतिबद्ध है। प्रतिबंधों को पर्याप्त तरीके से लागू करने के लिए सरकार ने विभागों को कार्रवाई करने के आदेश दे दिए हैं।
मसूद अज़हर के खिलाफ अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने यूएन में मसौदा प्रस्तावित किया था और चीन ने आखिरकार इसमें से तकनीकी रोक को हटा लिया था। फरवरी में तीन मुल्कों ने यूएन की अलकायदा समिति के समक्ष मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव रखा था।
पाकिस्तानी विदेशी विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि “अज़हर पर लागू प्रतिबंधों पर पाकिस्तान तत्काल अमल में लाएगा।” चीन ने चार दफा भारत द्वारा प्रस्तावित इस प्रस्ताव पर तकनीकी कारणों का हवाला देकर रोक लगा दी थी। बीजिंग ने साल 2009, 2016 और 2017 में भारतीय प्रस्ताव पर तकनीकी कारणों से रोक लगा दी थी। इसमें आतंकी गतिविधियों की योजना, वित्तपोषण, समर्थन हथियारों को बेचना और अन्य अवैध गतिविधियां शामिल है।