भारत (india) ने गुरूवार को पाकिस्तान (pakistan) के साथ बातचीत की रज़ामंदी के दावे को खारिज किया है और स्पष्ट कर दिया कि भारत अपने सभी पडोसी देशों के साथ सामान्य और सहयोगी संबंधों की आरजू रखता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि “कूटनीति के तहत पीएम और विदेश मंत्री ने पाकिस्तानी समकक्षीयों के बधाई सन्देश पर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।”
उन्होंने कहा कि “भारत के नेताओं के संदेशों में स्पष्ट था कि वह पाकिस्तान सहित सभी पड़ोसी मुल्कों से सामान्य और सहयोगी संबंधों की आरजू रखते है।” कुमार पाकिस्तान के विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री की तरफ से भेजे गए संदेशों पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे थे।
हाल ही में पाकिस्तानी मीडिया में खबरे आयी कि कूटनीतिक सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर ने बधाई सन्देश में पड़ोसी मुल्क के साथ बातचीत की इच्छा व्यक्त की है। कुमार ने कहा कि “यह इस्लामाबाद की तरफ से भेजे गए बधाई संदेशों का जवाब था।”
प्रवक्ता ने बताया कि “पीएम मोदी के सन्देश में विश्वास के वातावरण, आतंक मुक्त, हिंसा और बर्बरता से मुक्त माहौल की अहमियत पर जोर दिया था। जबकि विदेश मंत्री ने आतंक और हिंसा के साये से मुक्त माहौल का निर्माण करने की जरुरत को बताया था।”
भारत और पाकिस्तान के बीच पुलवामा आतंकी हमले के बाद सम्बन्ध काफी बिगड़ गए थे जिसमे 44 जवानो की मौत हुई थी। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने रवैये को अडिग रखा है कि बातचीत और आतंक साथ नहीं हो सकते।
भारत ने पाकिस्तान पर आतंकियों को पनाह देने और क्षेत्र में हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया था। हालांकि भारत अपने मत पर अडिग रहा कि पकिस्तान को पहले आतंक मुक्त माहौल बनाने की जरूरत है। आतंक और वार्ता साथ मुमकिन नहीं है।