इस्लामाबाद, 16 अगस्त (आईएएनएस)| पाकिस्तान ने शुक्रवार को भारतीय उप उच्चायुक्त गौरव अहलूवालिया को तलब किया और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा किए गए अकारण संघर्ष विराम उल्लंघन की निंदा की, जिसमें दो नागरिकों की मौत हुई है। विदेश कार्यालय के एक बयान में कहा गया है कि महानिदेशक (दक्षिण एशिया और सार्क), मोहम्मद फैसल ने लीपा और बटाल सेक्टरों में संघर्ष विराम उल्लंघन की निंदा की, जिसके परिणामस्वरूप मोहम्मद अजीज और मुनीब और सशस्त्र बल के एक सिपाही रमजान की मौत हो गई।
उन्होंने कहा, नियंत्रण रेखा (एलओसी) और वर्किं ग बाउंड्री के पास ‘भारतीय अधिकृत सेनाएं’ 2003 के संघर्ष विराम समझौते का लगातार उल्लंघन कर रही हैं। नागरिकों को निशाना बनाना वास्तव में निंदनीय है। उन्होंने इसे क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा करार दिया।
बयान में कहा गया कि फैसल ने भारतीय पक्ष से अपनी सेनाओं को संघर्ष विराम का सम्मान करने और नियंत्रण रेखा और वर्किं ग बाउंड्री पर शांति बनाए रखने का निर्देश देने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को ‘युनाइटेड नेशंस मिलिट्री ऑब्जर्वर ग्रुप इन इंडिया एंड पाकिस्तान’ में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार अपनी अनिवार्य भूमिका निभाने की अनुमति देनी चाहिए।
पाकिस्तान सशस्त्र बल के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट किया, “मिट्टी के एक और बहादुर बेटे ने अपना कर्तव्य निभाने के लिए जिंदगी कुर्बान कर दी। सिपाही मुहम्मद शीराज ने एलओसी से लगे बटाल सेक्टर में भारतीय गोलीबारी में शहादत को गले लगा लिया।”