पाकिस्तान में नियुक्त भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को विदेश सचिव तहमीना जंजुआ ने समन जारी किया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री की अलगाववादी हुर्रियत कांफ्रेंस के नेता मिर्वैज़ उमर फारूक से टेलीफोन पर बातचीत का भारत ने विरोध किया था और पाकिस्तानी उच्चायुक्त को भारतीय विदेश सचिव ने तलब किया था।
पाकिस्तानी मंत्रालय की तरफ सेजारी एक बयान में “पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने आल पार्टीज हुर्रियत कांफ्रेंस से बातचीत की और जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन के खिलाफ पाकिस्तान के प्रयासों के बाबत उन्हें सूचना दी।” पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने हुर्रियत कांफ्रेंस के नेता मिर्वैज़ उमर फारूक को कश्मीर मसले पर अपनी सरकार के प्रयासों के बाबत बताया था।
भारत के कड़े शब्द
रायटर्स के मुताबिक भारत ने पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर के मामले से दूर रहने का आदेश दिया था और भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त सोहेल महमूद को तलब किया था। भारतीय सचिव ने कड़े शब्दों में पाकिस्तान द्वारा हालिया कृत्य की आलोचन की और कहा कि “बल्कि और कोई नहीं खुद पाकिस्तानी विदेश मंत्री भारतीय अखंडता को विकृत और हमारी संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन कर रहे हैं।”
कश्मीरी जनता का साथ
ख़बरों के मुताबिक पाकिस्तान विदेश सचिव ने अजय बिसारिया से कहा कि पाकिस्तान कश्मीरी जनता के लिए समर्थन जारी रखेगा और उनके संघर्ष में उनका साथ देगी। विदेश विभाग से जारी बयान के मुताबिक जम्मू-कश्मीर एक विवादित क्षेत्र है और भारत का पक्सितानी उच्चायुक्त को तलब करना एक चुनावी एजेंडा है। बयान में कहा कि अगर आप चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हो, तो इसमें हमें मत घसीटो।
मिर्वैज़ का ट्वीट
मिर्वैज़ उमर फारूक ने इसके बाद पत्रकारों से कहा कि “पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने इस बात पर अफ़सोस व्यक्त किया है कि इमरान खान के निरंतर गंभीर प्रयासों के के बावजूद नई दिल्ली की तरफ से कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया। हम जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालातों से बेहद चिंतित है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमन्त्री इमरान खान ने भारत सरकार के साथ बातचीत के लिए भरसक प्रयास किया लेकिन दुर्भाग्यवश नई दिल्ली ने कोई सकारात्मक पहल नहीं की। वे आगामी चुनावों के बाद भारत की नई सरकार के साथ शांति वार्ता करेंगे।”