पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारी ने गुरूवार को रायटर्स की टीम को नार्थ ईस्ट इलाके में जाने से रोक दिया है। यही भारतीय वायुसेना ने आतंकियों के शिविरों में एयर स्ट्राइक की थी। बीते नौ दिनों में तीसरी बार पाकिस्तान ने पत्रकारों को उस इलाके की यात्रा करने से रोका था।
इस इलाके में स्थित गाँवों के निवासियों के मुताबिक एक समय में यहां जैश का मदरसा हुआ करता था जो आतंकी समूह जैश ए मोहम्मद चलाता था और भारत ने उसी शिविर में हवाई हमला करने का दावा किया है।
विदेश सचिव विजय गोखले ने एयर स्ट्राइक की पुष्टि करते हुए कहा कि “एक बड़ी संख्या में जैश ए मोहम्मद के आतंकियों, प्रशिक्षणों और वरिष्ठ कमांडरों का उनके ठिकानों पर ही सफाया कर दिया गया है। इस कैंप को जेईएम के सरगना मसूद अज़हर का साला उस्ताद गौरी संचालित कर रहा था। सरकार ने बताया कि यह कैंप पहाड़ी की ऊंचाई, जंगल के अंदर और नागरिकों की उपस्थिति से दूर बनाया गया था।
पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारीयों ने सुरक्षा का हवाला देकर पत्रकारों को वहां जाने से रोक दिया था। अमेरिकी राज्य विभाग के उप प्रवक्ता रोबर्ट पालडिनो ने पत्रकारों से गुरूवार को कहा कि “मैं कहना चाहूंगा कि अमेरिका ने क़दमों को नोट किया है और हम पाकिस्तान से इसे जारी रखने का आग्रह करेंगे। आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई भविष्य में हमलों से रक्षा करेगी और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देगी।”
यूएन में जैश ए मोहम्मद के सरगना को वैश्विक आतंकी सूची में शुमार करने के बाबत अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा कि “अमेरिका और उसके सहयोगी सुरक्षा परिषद् की आतंकी संगठनों और आतंकियों की सूची को अपडेट करना चाहते हैं। मसूद अज़हर और जैस ए मोहम्मद पर हमारा रुख स्पष्ट है,जो कई आतंकी हमलों और क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा पंहुचने का जिम्मेदार है।”
अमेरिका में भारतीर राजदूत हर्षवर्धन शृंगला ने अमेरिकी राज्य सभा के रिपब्लिकन नेता केविन मैक्कार्थी से मुलाकात की थी और इसके बाद रिपब्लिकन नेता ने कहा कि “हम आतंकी गतिविधियों के खिलाफ सख्ती से खड़े हैं और दोनों राष्ट्रों के मध्य व्यापार को सुधारने के लिए एकजुट होकर कार्य करेंगे।”
चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि “भारत और चीन को सपनो को हासिल करने और आर्थिक वृद्धि के अवसरों के लिए एक दूसरे का साझेदार होना चाहिए।” उन्होंने कहा कि “एशिया की समृद्धि और पुनरोद्धार के लिए हमें योगदान देना चाहिए।” भारत और पाकिस्तान के मध्य जारी तनाव पर उन्होंने कहा कि वह इसे कम करने के लिए रचनात्मक किरदार निभाएंगे। पुलवामा आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के मध्य तलिखि बढ़ गयी थी। एक फियादीन हमलावर ने सीआरपीएफ के काफिले पर विस्फोट किया था जिसमे 40 जवानों की मृत्यु हो गयी थी।