पाकिस्तान में भारी बर्फबारी, बारिश और बाढ़ की वजह से कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों को राजमार्गो को साफ करने और फिर से खोलने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि मौसम बेहद खराब है।
द न्यूज इंटरनेशनल के मुताबिक, बलूचिस्तान में एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांत के विभिन्न हिस्सों में मुख्य रूप से भारी बर्फबारी और घरों की छत गिरने के कारण पिछले 24 घंटों में 14 लोग मारे गए।
आपातकालीन अधिकारियों ने कहा कि पंजाब प्रांत में भारी बारिश से 11 लोग मारे गए, जबकि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के इलाकों में पांच अन्य की मौत हो गई।
डॉन न्यूज के अनुसार, इस बीच, क्वेटा-चमन राजमार्ग पर यातायात को बंद कर दिया गया क्योंकि अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान को जोड़ने वाले खोजाक-पास में भी भारी बर्फबारी हुई, जिससे अफगान पारगमन व्यापार में ठहराव आया क्योंकि सैकड़ों ट्रक और अन्य माल वाहन सीमा के दोनों ओर फंसे हुए थे।
चार वाहनों में लगभग दो दर्जन यात्री पाकिस्तान-ईरान सीमा के निकट काचर के दूर-दराज के इलाके में फंसे हुए थे।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री बलूचिस्तान जाम कमाल खान ने कहा कि प्रांतीय सरकार सड़कों को खोलने और बारिश व बर्फ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को हर संभव मदद सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से सक्रिय है।
रविवार को भारी हिमपात के कारण प्रांत के मस्तंग, किला अब्दुल्ला, केच, जियारत, हरनई और पिशिन जिलों में आपातकाल घोषित कर दिया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के लिए राजधानी क्वेटा सहित प्रांत के अधिकांश हिस्सों में ठंड और शुष्क मौसम रहने के आसार हैं।
गिलगित-बाल्टिस्तान में भारी बर्फबारी ने 50 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जबकि क्वेटा में यह 20 साल के रिकॉर्ड को पार कर गया।