सोशल मीडिया पर पाकिस्तान विरोधी पोस्ट करने पर एक पत्रकार को पीटा गया और शनिवार को उसके घर के बाहर से हिरासत में ले लिया गया था। पाक से मीडिया पर दबाव का यह संकेत है।
पाकिस्तान टुडे के मुताबिक लाहौर के शहर में डिन टीवी में कार्यरत रिजवान रिजवी पर अपवादक और आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर जांच चल रही है। अलबत्ता पत्रकार की गिरफ्तारी की कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
पत्रकार के बेटे ने बताया कि मेरे पिता अपने दोस्तों को छोड़ने के लिए घर से बाहर गए थे। उनके दोस्तों के जाने के बाद काली होंडा में सवार होकर कुछ अज्ञात लोग आए, उन्होंने पापा को मारा और कार से खींचकर वहां से चले गए। मैं कार के पीछे भागा लेकिन कुछ न कर सका।
पाकिस्तानी पत्रकारों के मुताबिक पीएम इमरान खान के सत्ता में आने के बाद उनके लिए खतरनाक माहौल हो गया है। फ़ेडरल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी के मुताबिक पत्रकार से उसके ट्वीटर को लेकर सवाल पूछे गए थे। उन्होंने कहा कि विभाग ने उन्हें पत्रकार के खिलाफ शिकायत दर्ज करने का आदेश दिया था। शनिवार को पत्रकार का ट्वीटर अकाउंट ऑफलाइन था।
सरकारी अधिकारीयों मुताबिक पाकिस्तान में मीडिया स्वतंत्र है और सैन्य दबाव से इनकार किया जाता है।आमिर अली जन के केस में उन्हे प्रदर्शन में भाग लेने के कारण गिरफ्तार कर लिया गया था। वह अरमान लोनी की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन में भाग लिया था। अरमान लोनी पश्तून तहफ़्फ़ुज़ मूवमेंट के क्षेत्रीय नेता थे। अम्मार ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि उसे शनिवार को सुबह चार बजे ले जाया गया था। मैं एक कानून मानने वाला नागरिक हूँ और न्याय के लिए लड़ने से खुद पीछे नहीं रख सकता हूँ।
पुलिस अधिकारी अज़हर नवीद ने गिरफ्तारी और जमानत की पुष्टि की, जो इस हफ्ते की शुरुआत में प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तारी हुई थी। उन्होंने कहा कि अम्मार को रैली में भाग लेने, सड़के जाम करने और राज्य विरोधी भाषण देने के लिए गिरफ्तार किया गया था।