अमेरिका के राष्ट्रपति ने पाकिस्तान की रोकी गयी सैन्य मदद का बचाव करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने अमेरिका से लाखों रुपये वसूलने के अलावा, रत्ती भर भी कार्य नहीं किया है और हम उन्हें सैन्य मदद मुहैया कर रहे हैं। हाल ही में अमेरिका ने पाकिस्तान के आतंकवाद पर नकेल कसने के हीलहवाली रवैये के कारण 2 बिलियन डॉलर की आर्थिक सैन्य सहायता पर पाबंदी लगा दी थी।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा की आतंकवादी ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में रहता था और अमेरिका उन्हें ही समर्थन करता था। उन्होंने कहा की अमेरिका इस्लामाबाद को प्रतिवर्ष 1.3 बिलियन डॉलर की मदद करता था लेकिन अब और सैन्य मदद नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम इसे तत्काल बंद कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने सहायता के बदले हमारे लिए कुछ भी नहीं किया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकियों को सुरक्षा का माहौल मिलता था। ओसामा बिन लादेन के लिए पाकिस्तान का ठिकाना बेहद खुबसूरत था। उन्होंने कहा की एक आतंकी का सैन्य अकादमी के ठीक बगल में रहना, पाकिस्तान में सबकों मालूम है कि लादेन सेना की सुरक्षा में हैं।
राष्ट्रपति ने आतंकी लादेन का अब्बोट्ट्बाद में स्थित बंगले के बारे में कहा, जहां साल 2011 में अमेरिका की रेड के दौरान आतंकी मारा गया था। पाकिस्तान ने कहा था कि सरकार को नहीं मालूम था कि ओसामा बिन लादेन सैन्य अकादमी के बगल में रहता था। हालांकि पाकिस्तान अपने दिए तर्कों से अमेरिका को कभी संतुष्ट नहीं कर पाया था।
पाकिस्तान ने अपनी सरजमीं पर पनप रहे आतंकवाद पर नकेल कसने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया था। अफगान सरकार के मुताबिक पाकिस्तान की सरजमीं से आतंकी अफगानिस्तान में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
अमरीका के अनुसार पाकिस्तान ने अपनी जमीन से भारत और अफगानिस्तान में चल रहे आतंकवाद को खत्म करने के लिए कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की है। हाल ही में ईरान ने कहा था कि पाकिस्तान आतंवादियों का पनाहगार है, उन्हें वहां रहने के लिए जन्नत मिलती है।