तुर्की के राष्ट्रपति रिचप तैयाब एर्दोगन ने ऐलान किया कि “उनका देश पाकिस्तानी नौसेना को बेचने के लिए एक युद्धपोत का निर्माण करना शुरू कर दिया है।” एर्दिगन ने ऐलान रविवार को एक समारोह में शामिल होने के दौरान दिया था। इस दौरान तुर्की के टीसीजी किनालियाडा और एमआईएलजीईएम (तुर्किश नेशनल वॉरशिप प्रोग्राम) जहाज का निर्माण पाकिस्तान के लिए किया जा रहा है।
पाकिस्तान-तुर्की संबंध
राष्ट्रपति ने कहा कि “विश्व में तुर्की उन 10 देशों में से एक हैं जो युद्धपोतो का निर्माण, डिजाईन और रखरखाव अपनी राष्ट्रीय क्षमताओं पर करता है। हम आशावादी है की जिस जहाज का निर्माण रविवार से शुरू हो गया है पाकिस्तान को उससे फायदा होगा।”
एर्दोगन ने कहा कि “हमारी नौसेना भविष्य में अधिक मज़बूत होने की अपनी विरासत को बरक़रार रखेगी। इसकी उच्च स्तर के उपकरण, अनुशासन, योग्य सैनिक और इसके तहत सभी उपलब्धियां तुर्की को गौरवान्वित करती हूँ।” जुलाई 2018 में पाकिस्तान की नौसेना ने चार एमआईएलजीईएम क्लास के जहाजो के अधिग्रहण के समझौते पर दस्तखत किये थे। यह जहाज राडार से छिप सकते हैं।
पाकिस्तान के नौसैन्य कमांडर एडमिरल जफ़र महमूद अब्बासी और एर्दोगन ने चार एमआईएलजीईएम जहाज की पहले लोहे को समारोह के दौरान काटकर इसे हरी झंडी दिखाई है। दो जहाजो का निर्माण तुर्की में किया जायेगा और दो का पाकिस्तान में तकनीक को ट्रान्सफर कर किया जायेगा।
एर्दोगन ने दर्शको से कहा कि पाकिस्तान और तुर्की के संबंधों में रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में सहयोग के लिए बेहद क्षमता है।एमआईएलजीईएम वाहन 99 मीटर लम्बे हैं और इनमे 2400 टन विस्थापित होने की क्षमता है और इसकी गति 29 नॉटिकल मील है।