अफगानिस्तान में अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि ज़लमय खलीलजाद ने पाकिस्तान में तालिबान के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की थी। कुछ सप्ताह पूर्व ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने काबुल पर हुए आतंकी हमले के बाद तालिबान के साथ शान्ति वार्ता को रद्द कर दिया था।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि “यह बैठक गुरूवार को हुई थी और एक घंटे से अधिक समय तक जारी रही थी। इसके बाबत काबुल में पूर्व तालिबानी सदस्य ने जानकारी दी थी जिसके चरमपंथी समूह के आला नेतृत्व के साथ काफी करीबी संबंध है।
अमेरिका के राज्य विभाग ने इस मुलाकात के बाबत कोई टिप्पणी नहीं की है लेकिन खलीलजाद की पाकिस्तानी यात्रा पर अह्दिकरियो के साथ मुलाकात की जानकारी को साझा किया था।
राज्य विभाग द्वारा जारी बयान के मुताबिक, पाकिस्तान में खलीलजाद की यात्रा अफगान शान्ति प्रक्रिया के बहाल होने को नहीं दर्शाता है। अफगानिस्तान में 18 वर्षो के संघर्ष को खत्म करने के लिए अमेरिका और तालिबान के बीच नौ चरणों की वार्ता हुई थी।
दोनों पक्ष एक समझौता पर पंहुच गए थे लेकिन काबुल पर आतंकी हमले के बाद ट्रम्प ने वार्ता को रद्द कर दिया था। इस हमले में एक अमेरिकी नागरिक सहित 12 लोगो की मौत हुई थी।
तालिबान राजनीतिक परिषद् की अध्यक्षता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर कर रहे हैं और वह बुधवार को इस्लामाबाद पंहुचे थे।गुरूवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने ने तालिबान के 11 सदस्यीय टीम से मुलाकात की थी। इस बैठक में आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज़ हमीद, विदेश सचिव सोहेल महमूद और विदेश मंत्रालय के अन्य अधिकारी मौजूद थे।